जिला जज ने प्रधानाचार्याें व छात्राओं को किया सम्मानित
LP Live, Muzaffarnagar: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में माध्यमिक शिक्षा विभाग के तत्वावधान में चले 12 दिवसीय विधिक साक्षरता शिविर व डोर-टू-डोर अभियान में प्रतिभाग करने वाले छात्रों व प्रधानाचार्यों को जिला जज द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला जज चवन प्रकाश ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
शनिवार को जिला जज चवन प्रकाश ने प्रधानाचार्यों व छात्राओं को कहा कि समाज की महिलाओं के अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक होने पर ही समाज में व्याप्त हिंसा व अपराध पर रोक लग सकती है। एक बालिका के शिक्षित होने पर केवल एक परिवार नहीं अपितु कई परिवार जागरूक होते है। विधिक साक्षरता अभियान के द्वारा माध्यमिक विद्यालय के बच्चों के माध्यम से अधिक से अधिक व्यक्तियों को जागरूक करने का प्रयास किया गया है और हमारे यह प्रयास सतत रूप में गतिमान रहेगा। इस दौरान डीआइओएस गजेंद्र कुमार ने बताया कि नवम्बर महीने में जिले के सभी माध्यमिक विद्यालयों में विधिक जागरूकता कार्यक्रम हुए हैं। इसमें भारतीय संविधान में दिए गए मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य, ट्रांसजेन्डर के अधिकार, एससीएसटी के अधिकार आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। इस दौरान बच्चों ने युवाओं को ड्रग्स व धुम्रपान के दुष्प्रभाव, साइबर क्राइम से बचने के उपाय भी बताए गए। छात्र-छात्राओं व अभिभावकों को वाद विवाद प्रतियोगिताओ, निबंध प्रतियोगिताओं सुक्ष्म नाटिकाए आदि के माध्यम से जागरूक किया गया। अभियान में उत्कृष्ट योगदान देने वाले जिला जज द्वारा आर्य कन्या इंटर कालेज की प्रधानाचार्या डा. अरुणा त्यागी, सनातन धर्म कन्या इंटर कालेज (शहर) मुजफ्फरनगर की प्रधानाचार्या रजनी गोयल व वैदिक पुत्री कन्या पाठशाला की प्रधानाचार्या डा. राजेश कुमारी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान छात्रा वंशिका, प्रतिज्ञा, आकांशा, अवनि, ज्येष्ठी वर्मा, केशन नामदेव, राधिका सैनी, खुशी व खुशी यादव को भी जिला जज द्वारा प्रशस्तिपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सलोनी रस्तोगी आदि भी मौजूद रहे।