खादी से जुड़े श्रमिकों के पारिश्रमिक बढ़ोतरी का निर्णय
केवाईसी की बैठक में 33 फीसदी वृद्धि पर लगाई गई मुहर
LP Live, New Delhi: खादी और ग्रामोद्योग आयोग खादी व कपास बुनकरों के योगदान को प्रोत्साहित करने के लिए श्रमिकों के पारिश्रमिक में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। देश में स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान खादी उत्पादन और उसकी बिक्री को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान से मिली प्रेरणा से केवीआईसी ने यह कदम उठाया है।
केंद्रीय एमईएमएस के अनुसार आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने आयोगी की 694वीं बैठक के दौरान खादी और ग्रामोद्योग आयोग से जुड़े श्रमिकों की आय में बढ़ोतरी के लिए उनका मेहनताना 7.50 रुपये प्रति लच्छे से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति लच्छा करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। इस पहल से कारीगरों की मासिक आय में लगभग 33 फीसदी की वृद्धि करने का ऐलान किया। जबकि बुनकरों की मजदूरी में 10 फीसदी की वृद्धि होगी। यह फैसला पहली अप्रैल 2023 से प्रभावी होगा।
पीएम मोदी ने खादी उत्पादन को सराहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो प्रसारण कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से खादी को खरीदने के लिए देशवासियों से कई बार अपील की है। उन्होंने ‘विशेष रूप से युवाओं’ को इस पहल में आगे आने का आह्वान किया है। इसके सकारात्मक असर से साल दर साल खादी उत्पादों की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। प्रधानमंत्री ने खादी को लोकप्रिय बनाने के लिए बार-बार “खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन एंड खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन” के आदर्श वाक्य के साथ खादी को अपनाने तथा उत्पादन एवं बिक्री बढ़ाने के हर संभव प्रयास की सराहना की है।
केवीआईसी का प्रोत्साहन
केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों का उत्पादन 84,290 करोड़ का और बिक्री 1,15,415 करोड़ की हुई थी। इस साल 2 अक्टूबर को खादी इंडिया के कनॉट प्लेस बिक्री केंद्र ने एक ही दिन में 1.34 करोड़ रुपये की खादी उत्पाद बेचने का नया रिकॉर्ड बनाया है। मनोज कुमार ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर खादी श्रमिकों को प्रोत्साहित करने और खादी उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से केवीआईसी कई कार्यक्रमों में पिछले कुछ महीनों में खादी श्रमिकों, देश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत संस्थाओं और खादी संगठनों के साथ खादी संवाद की श्रृंखला का आयोजन किया गया। खादी क्षेत्र को लगातार एक बड़ा प्रोत्साहन मिल रहा है, जो अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगा।