

LP Live, New Delhi: विश्व के कई देशों में फिर से नए वैरिएंट के साथ बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच भारत में भी केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं सतर्कता और संक्रमण की निगरानी के निर्देशों के साथ राज्यों ने भी कोरोना के इस खतरे से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। केंद्र सरकार ने भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है, जो बूस्टर डोज के रुप में कोरोना के खतरे को टालने में सक्षम होगी।
केंद्र सरकार ने चीन व जापान जैसे देशों में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर भारत में फिर से इसकी निगरानी और सभी उपायों को अपनाते हुए सतर्क रहने को कहा है। प्रधानमंत्री ने भी एक उच्च स्तरीय बैठक में इस दिशा में ठोस कदम उठाने और जांच करने जैसी प्रक्रियों को सक्रीय करने के निर्देश दिये हैं। इसी बीच कोरोना के खतरे से निपटने के लिए कारगर बताई जा रही ‘भारत बायोटेक’ के ‘इंट्रानेज़ल कोविड’ टीके यानी नेजल वैक्सीन को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। यह वैक्सीन 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए ‘बूस्टर’ खुराक के तौर इस्तेमाल की जा सकेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मंजूरी के बाद सूत्रों ने बताया कि इस टीके में किसी तरह की सूई का इस्तेमाल नहीं होगा और इसे नाक से दिया जाएगा।

लापरवाही न बरतने की सलाह
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाही बरतने के प्रति आगाह करते हुए कहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने का आग्रह किया, जबकि अधिकारियों को खासकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी संबंधी उपायों को कड़ा करने का निर्देश दिया था। जहां तक इस वैक्सीन की मंजूरी का सवाल है यह निजी केंद्रों पर उपलब्ध होगा और इसे शुक्रवार शाम टीकाकरण पंजीकरण मंच ‘को-विन’ पर भी जारी किया जाएगा। इस ‘बीबीवी154’ टीके के 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए ‘बूस्टर’ खुराक के तौर पर इस्तेमाल की भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने नंवबर में मंजूरी दे दी थी।
