कानपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन
उत्तर प्रदेश में हर कमिश्नरी स्तर पर होगा एक एयरपोर्टः मुख्यमंत्री
कानपुर को गंगा नदी पर वाटरवे की सुविधा से जोड़ने की तलाशी जाएंगी संभावनाएं
LP Live, Kanpur: कानपुर अपनी आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत के लिए विख्यात रहा है। यहां कानपुर हवाई अड्डे पर बनाए गये नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि प्रदेश की हर कमीश्नरी पर एक एयरपोर्ट बनाने की योजना पर काम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में जिन भी नगरों में एयर कनेक्टिविटी बेहतर हुई है, वहां पर नए उद्यम आए हैं। वहीं उन्होंने कहा कि कानपुर को वाटरवे से जोड़ने पर करेंगे काम करके सभी संभावनाओं को तलाशा जाएगा। सीएम ने कहा कि प्रदेश के अंदर हम वाटरवे अथॉरिटी के गठन की एक प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं। हम उन संभावनाओं पर काम करेंगे कि जैसे नेशनल वाटरवे नंबर 1 हल्दिया से वाराणसी तक प्रारंभ हो चुका है और प्रयागराज तक बढ़ रहा है, उसी तरह कानपुर को भी इस वाटरवे की सुविधा के साथ जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में यदि आपको परिवर्तन देखना हो तो वह नागर विमानन के क्षेत्र में पिछले 6 वर्ष के अंदर देखने को मिला है। 2017 में यहां 2 एयरपोर्ट क्रियाशील थे और 2 आंशिक रूप से क्रियाशील थे। लेकिन आज 9 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं और 12 पर कार्य हो रहा है। हम कह सकते हैं कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में लगभग हर कमिश्नरी स्तर पर एक एयरपोर्ट अवश्य होगा और लोगों के आवागमन को और सरल बनाने के लिए कार्य होगा। उन्होंने कहा कि प्राचीन मंदिरों की शैली को केंद्र में रखकर इस टर्मिनल भवन का निर्माण किया गया है। कोई भी कानपुर में आएगा या कानपुर से गुजरेगा तो अपने साथ इस पहचान की अमिट छाप को साथ लेकर जाएगा और कानपुर विकास की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बनकर फिर से अपने पुरातन गौरव का प्राप्त करने का कार्य करेगा।
नए टर्मिनल भवन की विशेषताएं
कानपुर एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भवन 6243 वर्गमीटर के क्षेत्र में 150 करोड़ रुपये की परियोजना लागत पर बनाया गया है और ये मौजूदा टर्मिनल से 16 गुना बड़ा है। पहले के 50 यात्रियों की तुलना में पीक ऑवर्स के दौरान 400 यात्रियों को संभालने के लिए तैयार किया गया है। यात्रियों के लिए कुशल और त्वरित चेक-इन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 08 चेक-इन काउंटर बने हैं। सामान के आसान रखरखाव और संग्रह की सुविधा के लिए 3 कन्वेयर बेल्ट जिसमें से एक प्रस्थान हॉल में स्थित है और दो आगमन हॉल में स्थित है। 850 वर्ग मीटर में फैला एक विशाल कंसेशिनेयर एरिया, जो यात्रियों के लिए खरीदारी और भोजन की विविध रेंज पेश करता है। दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिए स्पर्श पथ प्रावधान किए गए हैं। टर्मिनल के शहर की ओर 150 कार पार्किंग स्थान और 2 बस पार्किंग स्थान हैं, जो यात्रियों के लिए पर्याप्त पार्किंग सुविधाएं सुनिश्चित करते हैं। नव विकसित एप्रन 713मी X 23मी के एक नए लिंक टैक्सी ट्रैक के साथ-साथ तीन ए-321/बी-737 प्रकार के विमानों की पार्किंग के लिए उपयुक्त है। टर्मिनल भवन डबल इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, ऊर्जा की बचत के लिए कैनोपी, एलईडी लाइटिंग, लो हीट गेन डबल ग्लेज़िंग यूनिट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और 100 केडब्लूपी की क्षमता वाला एक सौर ऊर्जा संयंत्र जैसी विभिन्न स्थिरता सुविधाओं से सुसज्जित है। इसे जीआरआईएच-IV रेटिंग प्रदान की गई है, जो देश में सतत विकास और जिम्मेदार संसाधन प्रबंधन को दर्शाने वाली एक राष्ट्रीय ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग प्रणाली है।
कानपुर की परिवहन व्यवस्था बेहतर
कानपुर की कनेक्टिविटी को चाहे वो रोड हो, एयर हो या मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यही नहीं, सीसामऊ नाले को टैप करके आज उसे सेल्फी प्वॉइंट बनाने का काम किया गया है। पीएम मोदी ने कानपुर को डिफेंस कॉरिडोर के एक नए नोड के रूप में विकसित करते हुए उसके पुरातन गौरव को वापस लाने का प्रयास किया है। आज डिफेंस प्रोडक्शन के अनेक उद्योग कानपुर के द्वार पर खड़े हैं।