आपदा प्रबंधन की बड़ी ताकत बन रहा है भारत
LP Live, New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ जहां तूफान बिपरजॉय का जिक्र किया और कच्छ के लोगों ने जिस हिम्मत से बिपरजॉय का सामना किया, उसे अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन भारत की बड़ी ताकत बनी है। वहीं उन्होंने इंदिरा सरकार के दौरान देश में लगाए गये आपात काल को याद करते हुए कहा क इस काले दौर को देश कभी नहीं भूल सकता।
प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात की 102वें एपिसोड में कहा कि आपदा प्रबंधन में भारत एक बड़ी ताकत के रुप में उभर रहा है। साइक्लोन बिपरजॉय ने कच्छ में भारी नुकसान किया, लेकिन कच्छ के लोगों ने हिम्मत और तैयारी से इतने खतरनाक तूफान का जिस तरह मुकाबला किया। पीएम मोदी ने कहा कि बड़े से बड़ा लक्ष्य हो या कठिन से कठिन चुनौती, भारत के लोगों की सामूहिक शक्ति से हर चुनौती का हल निकल जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी हमने दो तीन पहले देखा कि देश के पश्चिमी छोर पर चक्रवाती तूफान आया। इस दौरान तेज हवाएं और बारिश हुईं। लेकिन इतने खतरनाक तूफान का जिस तरह मुकाबला किया, वह सराहनीय है। पीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि साइक्लोन बिपरजॉय ने जो तबाही मचाई है, उससे भी कच्छ के लोग बहुत जल्द उभर जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में भारत ने आपदा प्रबंधन की जो ताकत विकसित की है, वह आज एक उदाहरण बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका है प्रकृति का संरक्षण।
जल संरक्षण में तुलसीराम का उदाहरण
प्रधानमंत्री ने लोगों से जल संरक्षण करने की भी अपील की और यूपी के बांदा जिले के तुलसीराम यादव का उदाहरण दिया। प्रधानमंत्री ने बताया कि तुलसीराम जी गांव के लोगों को साथ लेकर इलाके में 40 से ज्यादा तालाब बनवा चुके हैं। प्रधानमंत्री ने हापुड़ जिले में एक विलुप्त नदी को पुनर्जीवित करने की भी बात बताई और बताया कि काफी समय पहले नीम नाम की एक नदी हुआ करती थी, जो समय के साथ लुप्त हो गई लेकिन लोगों ने इसे फिर से जीवित करने की ठानी और सामूहिक प्रयास से नीम नदी फिर से जीवंत होने लगी है। नदी के उद्गम स्थल अमृत सरोवर को भी विकसित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नदी, नहर और सरोवर सिर्फ जल स्त्रोत नहीं हैं बल्कि इनमें जीवन के रंग और भावनाएं जुड़ी हुई हैं। महाराष्ट्र में सालों के इंतजार के बाद निलवांडे बांध का काम पूरा हो रहा है। कुछ दिन पहले जब कैनाल में टेस्टिंग के लिए पानी छोड़ा गया तो कई भावुक कर देने वाली तस्वीरें सामने आईं।
जब देश पर आपातकाल थोपा गया
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने लोकतांत्रिक आदर्शों और संविधान को सर्वोपरि मानते हैं, क्योंकि भारत लोकतंत्र की जननी है। लेकिन 25 जून के उस दिन को हम कभी नहीं भूल सकते, जब देश पर इंदिरा सरकार के दौरान आपातकाल थौंपा गया था और वह भारत के इतिहास का काला दौर था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उस दौर में लोकतंत्र के समर्थकों पर इतना अत्याचार किया गया था कि आज भी मन कांप उठता है। आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हैं तो हमें ऐसे अपराधों को भी देखना चाहिए। यह युवा पीढ़ी को लोकतंत्र का अर्थ और महत्व सिखाएगा।
2025 तक टीबी मुक्त बनेगा भारत
प्रधानमंत्री ने 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के संकल्प का जिक्र किया और बताया कि 10 लाख टीबी मरीजों को गोद लिया जा चुका है। इसके बाद पीएम मोदी ने जापान की तकनीक मियावाकी के बारे में बताया, जिसकी मदद से उपजाऊ मिट्टी ना होने के बावजूद इलाके को हरा-भरा बनाया जा सकता है। मोदी ने कहा कि इस वर्ष योगा दिवस का थीम वसुधैव कुटुंबकम होगा। पीएम ने कहा कि इसका मतलब ‘एक विश्व एक परिवार’ के रूप में सबका कल्याण से है। हर बार की तरह इस बार भी देश के कोने-कोने में योग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।