LP Live, New Delhi: केंद्र सरकार ने देश की आजादी के 75वें वर्ष पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के तहत एक नई पहल की है। मसलन अब राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन की पहचान अमृत उद्यान के नाम से होगी।
राष्ट्रपति भवन का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया गया है और अब इस नए नाम से अमृत उद्यान को पर्यटकों के लिए 31 जनवरी से खोला जाएगा। सरकार द्वारा समय-समय पर भवनों, शहरों, सड़को, संस्थाओं और अन्य जगहों के नाम बदलने की इस श्रृंखला मे राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया गया और इस बार गणतंत्र दिवस समारोह भी कर्तव्य पथ पर आयोजित किया गया। गणतंत्र दिवस के बाद अब सरकार ने राष्ट्रपति भवन के ऐतिहासिक मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया है। मोदी सरकार के शासनकाल में इससे पहले लुटियन क्षेत्र में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर अब्दुल कलाम रोड, योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग, रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग और फिरोज शाह कोटला स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली स्टेडियम रखा जा चुका है।
अमृत उद्यान की विशेषता
राष्ट्रपति भवन के अंदर 15 एकड़ में फैले अमृत उद्यान में 10 से अधिक गार्डन हैं, जिसमें गुलाब, विभिन्न फूल, सेंट्रल लॉन एंड लॉग, सर्कुलर, स्पिरिचवल, हर्बल (33 औषधीय पौधे), बोन्साई (ढाई सौ प्लांट), कैक्ट्स (80 वेरायटी) व नक्षत्र गार्डन (27 वेरायटी) शामिल हैं। इसके अलावा यहां करीब 160 वेरायटी के पांच हजार पेड़ भी शामिल हैं। इसके अलावा नक्षत्र गार्डन भी है।
निशुल्क मिलेगा प्रवेश
राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान आम जनता के लिए 31 जनवरी को खोला जाएगा, जिसमें घूमने के लिए प्रवेश निशुल्क होगा। यहां लोग 12 बजे से रात नौ बजे तक यहां घूमने आ जा सकते हैं। अमृत उद्यान के लिए सबसे नजदीकी नजदीकी मेट्रो स्टेशन सेंट्रल सेक्रेटरिएट होगा। अमृत उद्यान सोमवार को बंद रहता है। अक्सर यहां लोग ट्यूलिप और गुलाब की विभिन्न प्रजातियों के फूलों के दर्शन करने ज्यादा आते हैं।