देश

संसद की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित

लोकसभा में सात और राज्यसभा में नौ विधेयक पारित

चीन विवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष का बरपता रहा हंगामा
LP Live, New Delhi: संसद के शीतकालीन सत्र को दोनों सदनों में विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण समय से पहले ही समाप्त कर दिया गया। शुक्रवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई। इस सत्र के दौरान लोकसभा में सात और राज्यसभा में नौ विधेयकों को पारित किया गया। हालांकि दोनों सदनों की उत्पादकता संतोषजनक रही। संसद में मंत्रियों के 1811 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया और विभिन्न मुद्दों पर मंत्रियों ने सदन में बयान भी दिये।

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत सात दिसंबर से हुई थी और 29 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र में सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयकों व सकरकारी कामकाज के इरादे से सदन में आई थी, लेकिन विपक्ष की लामबंदी के चलते चीन विवाद, महंगाई और कई मुद्दों पर हंगामे और क्रिसमस के कारण कई सदस्यों के सत्र स्थगित करने का आग्रह को देखते हुए संसद की कार्यवाही को छह दिन पहले ही समाप्त कर दिया गया। शुक्रवार को लोकसभा की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का ऐलान करने से पहले लोकसभा अध्यक्ष ने सत्र के दौरान हुए कामकाज की जानकारी दी।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि 17वीं लोकसभा का 10वां सत्र में कार्य उत्पादकता करी 97 फीसदी रही और 13 बैठकों में 68 घंटे 42 मिनट कामकाज हुआ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निचले सदन में कहा कि सत्र के दौरान महत्वपूर्ण वित्तीय एवं विधायी कामकाज पूरे किये गए। लोकसभा में इस सत्र के दौरान वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 3.25 लाख करोड़ रुपये की अनुदान की अनुपूरक मांगों और 2019-20 के लिए अनुदान की अतिरिक्त मांगों को चर्चा के बाद मंजूरी दी गई। वहीं लोकसभा 9 सरकारी विधेयक पेश किये गए और सात विधेयक को सदन ने पारित किया। सदन में सदस्यों ने 59 गैर सरकारी विधेयक भी पुरस्थापित किये। वहीं सदस्यों ने शून्यकाल के दौरान लोक महत्व के 374 विषय के अलावा नियम 377 के तहत सदस्यों ने 298 मुद्दे उठाये। इसी सत्र में स्थायी समितियों के 36 प्रतिवेदन रखे गए और मंत्रियों ने महत्वपूर्ण विषयों पर 23 वक्तव्य रखे। शीतकालीन सत्र के दौरान 56 तारांकित प्रश्नों के उत्तर भी दिये गए। इस सत्र के दौरान मैनपुरी के उपचुनाव में नवनिर्वाचित सांसद डिंपल यादव ने शपथ भी ली।

लोकसभा में पारित हुए विधेयक
लोकसभा में तमिलनाडु की दो जनजातियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) सूची में डालने के प्रावधान वाले ‘संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (दूसरा संशोधन) विधेयक- 2022 को मंजूरी दी गई। जबकि हिमाचल प्रदेश के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की श्रेणी में शामिल करने का प्रावधान वाले ‘संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (तीसरा संशोधन) विधेयक-2022 को भी सदन में पारित किया गया। इसके अलावा सदन में छत्तीसगढ़ राज्य से संबंधित 12 समुदायों को जनजातीय सूची में शामिल करने का प्रावधान वाले ‘संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक-2022 तथा कर्नाटक की दो आदिवासी जातियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की श्रेणी में लाने का प्रावधान वाले संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (चौथा संशोधन) विधेयक-2022 को मंजूरी निचले सदन से मिली। इसके अलावा लोकसभा में समुद्री मार्ग पर जहाजों को लूटने वाले दस्युओं पर शिकंजा कसने और महासागरों के माध्यम से व्यापार को प्रभावी एवं सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से पेश किये गये ‘समुद्री जलदस्युता रोधी विधेयक 2022 भी पारित किया गया।

राज्यसभा में लगी नौ विधेयकों पर मुहर
उच्च सदन राज्यसभा की शीतकालीन सत्र की कार्यवाही को भी शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन में लोकसभा से ज्यादा कामकाज हुआ, जिसकी कार्य उत्पादकता 102 प्रतिशत दर्ज की गई। उच्च सदन में वन्यजीव संरक्षण विधेयक 2022, एनर्जी कंज़र्वेशन बिल 2022, संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (संशोधन) विधेयक 2022 के तीन बिल, नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय माध्यस्थता केंद्र (संशोधन) विधेयक 2022 तथा समुद्री जलदस्युता रोधी विधेयक 2022 जैसे नौ बिलों को पारित किया गया। सत्र के दौरान उच्च सदन ने वर्तमान वित्त वर्ष के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों को चर्चा कर लोकसभा को लौटा दिया। लोकसभा इन्हें पहले ही पारित कर चुकी थी। वहीं 31 गैर सरकारी सदस्यों के बिल पेश किए गए। इस दौरान 82 तारांकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए।

लोकसभा से ज्यादा हुआ कामकाज
उच्च सदन की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने से पहले उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को शीतकालीन सत्र के कामकाज की जानकारी देते हुए बताया कि सत्र के दौरान 63 घंटे 20 मिनट का कामकाज निर्धारित था, जिसके विपरीत सदन में 64 घंटे 50 मिनट कामकाज हुआ। उन्होंने कहा कि इस दौरान सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को चर्चा कर पारित किया गया और कई जरूरी मामलों पर सदन में चर्चा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के मुद्दे पर तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कोविड महामारी के संबंध में बयान दिया।

सभी दलों की सहमति से स्थगित हुई संसद की कार्यवाही:

ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र को कम करने के लिए सभी दलों के फ्लोर नेताओं के बीच सहमति बनी थी। बिड़ला ने कहा कि लोकसभा की कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच सत्र को छोटा करने पर सहमति बनाई गई।

 

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