विश्वस्तरीय हिमालयन रेस में स्विट्जरलैंड ने मारी बाजी
स्टेज रेस में भारत के कर्नल तेजिंदर सिंह शाही अव्वल


LP Live, New Delhi:
दार्जिलिंग परिक्षेत्र में माउंट एवेरेस्ट व कंचनजंघा के साये में आयोजित विश्वप्रसिद्ध 30वीं अंतर्राष्ट्रीय हिमालयन रन एंड ट्रेक स्पर्धा के अंतर्गत पांच दिनों की 160 किलोमीटर की यह हिमालयन रेस पांच चरणो में पूरी हुई।
डायरेक्टर सी.एस.पाण्डेय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस बार रेस में फ्रांस, सिंगापुर, ऑस्ट्रिया, स्विट्ज़रलैंड, मलेशिया, भारत आदि देशों के धावकों ने इस दौड़ में भाग लिया। हिमालयन 100 माइलस्टेज रेस की पुरुष वर्ग में स्विट्ज़रलैंड के मेकबेकर ने 20 घंटे 02मिनट का समय लेकर प्रथम स्थान पाया| भारत के संदेश देसाई ने 26 घंटे 06 मिनट का समय लेकर दूसरा स्थान पाया। सिंगापुर के सिद्धार्थ त्रिपाठी ने 29 घंटे 35 मिनट का समय लेकर तीसरा स्थान हासिल किया। महिला वर्ग में इंग्लैंड की फ्रांसकी वेरोनिक मेसिना ने 23 घंटे 02 मिनट का समय लेकर प्रथम स्थान पाया तथा फ़िलीपीन्स की जेनिफर मुटुकने 34 घंटे 22 मिनट का समय लेकर दूसरा स्थान हासिल किया।
100 किलोमीटर स्टेज रेस
इस वर्ष एक नई श्रेणी हिमालयन 100 किलोमीटर स्टेज रेस की भी शुरुआत की गई जिसमे अनेक प्रतियोगियों ने भाग लिया। हिमालयन 100 किलोमीटर स्टेज रेस की पुरुष वर्ग में भारत के कर्नल तेजिंदर सिंह शाही ने 15 घंटे 23 मिनट में रेस पूरी करके पहला स्थान पाया|ऑस्ट्रिया के राष्ट्रीय सम्मान प्रोफ़्फेर्शिप (सर) से सम्मानित सरहेल्मुट लिंज़बिचलर (81)वर्ष जिन्होंने इस रेस में तीसरी बार भाग लिया, जिन्होंने यह रेस 21 घंटे 13 मिनट में तय कर दूसरा स्थान प्राप्त किया। भारत के संतोष दास ने 22 घंटे 15 मिनट लेकर तीसरा स्थान पाया। महिला वर्ग में ऑस्ट्रियाकी ब्रिगिटा लिंज़बिचलर (75) ने इस रेस में तीसरी बार भाग लिया और 23 घंटे 12 मिनट में रेस पूरी करके पहला स्थान प्राप्त किया। जबकि सिंगापुर की मानसी त्रिपाठी ने दूसरा और नॉर्वेलिन रेबन स्थान पाया।
हिमालयन रन एंड ट्रेक विश्वभर में चर्चित
रेस के समापन अवसर परमुख्य अथिति प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता एन.के.सेठी ने रेस निर्देशक सी.एस पांडेय के इस प्रयास को सराहते हुए कहा की वह उनके इस साहस पूर्ण एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए किया जा रहा एवं हिमालयन रन एंड ट्रेक का वार्षिक प्रतियोगिता के आयोजन से बेहद प्रभावित है। अपने वक्तव्य मेंउन्होंने कहा कि यह रेस विश्व एकता का सन्देश देता है। जहाँ अनेक देशों से प्रतियोगी आकर आपस में प्रेमतापूर्वक इस दौड़ को पूरा करते हैं| पांच दिनों की 160 किलोमीटर की यह हिमालयन रेस पांच चरणो में पूरी हुई। प्रतियोगिता की शुरआत 1991 के दशक में किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य हिमालयन के दार्जीलिंग के प्रसिद्ध संग्रीला क्षेत्र का पर्यावरण संरक्षण और साथ ही में संग्रीला परिक्षेत्र को साहसिक खेलों के लिए विश्वभर में चर्चित करना है। विछले वर्षो के भांति इस वर्ष भी रेस के दौरान इस क्षेत्र का कूड़ा-कचरा जो दूसरे पर्यटको द्वारा छोड़ा गया था उसे उठाकर लाये|इस दौड़ को दुनिया की सर्वोत्तम पर्यावरण साहसिक दौड़ भी कहा जाता है।
