
केंद्रीय मत्स्य पालन एवं डेयरी विभाग मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने की समारोह की अध्यक्षता
LP Live, Hisar: हरियाणा के राज्यपाल ने लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय हिसार के दूसरे दीक्षांत समारोह में 475 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की। वहीं 24 विद्यार्थियों को विज्ञान एवं तकनीक में नए-नए अनुसंधानों से उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अलग-अलग गोल्ड मेडल से सम्मानित किया।
हिसार के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल और कुलाधिपति ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया। समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय मत्स्य पालन एवं डेयरी विभाग मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने की। जबकि विशिष्ट अतिथि हरियाणा के कृषि और किसान कल्याण,पशुपालन और डेयरी, मछली पालन एवं कानून मंत्री जेपी दलाल व शहरी विकास एवं निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता शामिल हुए। इस मौके पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा विश्विद्यालय के वैज्ञानिको व चिकित्सकों पशुओं की नस्ल सुधार कार्यक्रमों व अनुसंधानों को और बढ़ावा दे, ताकि किसान की आय बढाने के साथ साथ दूध की उपलब्धता में भी बढ़ोतरी हो सके। वहीं उन्होंने पशुपालन क्षेत्र को कृषि अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ बताया एवं छात्रों से आह्वान किया कि नौकरी मांगने की बजाय उन्हें नौकरी देने वाले बनना चाहिए। राज्यपाल ने छात्रों से अपने नैतिक मूल्यों का निर्वहन करने तथा चरित्र को सदा उच्च स्तर पर रखने का आह्वान किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी लाजपत राय के 158वें जन्मदिन के अवसर पर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
पशुओं की बीमारी के निदान पर अनुसंधान
विश्वविद्यालय के कुलपति विनोद वर्मा ने अनुसंधान के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की विशेष उपलब्धियां का जिक्र करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय में विभिन्न पशुओं व पक्षियों की हरधेनु, हरनाली व हारलेय प्रजातीय विकसित की है तथा पशुओं के मुख्य रोगों जैसे मुहं-खुर रोग, गलघोटू रोग तथा सर्रा रोग आदि के निदान हेतु विभिन्न टैस्ट विकसित किये है। उन्होंने आगे बताया कि विश्वविद्यालय प्रदेश के हर कोने तक अपनी सेवाएं देने के लिए अपने क्षेत्रीय अनुंसधान केंद्र करनाल एवं रिवासा महेंद्रगढ़ के माध्यम से किसानों को पशुचिकित्सा एवं पशुपालन संबंधी वैज्ञानिक जानकारी दे रहा है। शीघ्र ही भिवानी के बहल, कैथल जिला के क्योड़क एवं झज्जर जिला के ल्कारियाँ गाँव में हरियाणा पशुविज्ञान केंद्र स्थापित किए जा रहे है।
