

सात राज्यों में करीब डेढ़ दर्जन जगहों पर हुई कार्रवाई
LP Live, New Delhi: देश की गोपनीय रक्षा सूचनाएं लीक होने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी देशभर के करीब सात राज्यों में छापेमारी की और करीब डेढ़ दर्जन ठिकानों पर कार्रवाई के दौरान संवेदनशील दस्तावेज, मोबाईल फोन और अन्य सामग्री अपने कब्जे में ली है। यह रक्षा सूचना पाकिस्तानी आईएसआई जासूसी गिरोह के जरिए विशाखापटनम में लीक हुई थी।
सूत्रों के अनुसार एनआईए ने पाकिस्तानी आईएसआई जासूसी गिरोह के जरिए विशाखापटनम गोपनीय रक्षा जानकारी लीक करने के मामले में छापेमारी की यह कार्रवाई की है। पाकिस्तानी आईएसआई जासूसी गिरोह के माध्यम से गोपनीय रक्षा जानकारी के लीक से जुड़ा है। इस मामले में आंध्र प्रदेश की काउंटर इंटेलिजेंस सेल ने जनवरी 2021 में एक मामला दर्ज किया था। एनआईए ने जुलाई 2023 में इस मामले की जांच शुरु की थी। इसी जासूसी मामले की जांच के तहत एनआईए की अलग अलग टीमों ने बुधवार को गुजरात, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में करीब डेढ़ दर्जन जगहों पर एक छापेमारी करके तलाशी अभियान चलाया। इस कार्रवाई के दौरान एनआईए ने 22 मोबाइल फोन, संवेदनशील दस्तावेज और जासूसी से जुड़े अन्य सामग्री जब्त कर अपने कब्जे में ली है।

जासूसी के बदले मिला धन
एनआईए सूत्रों के मुताबिक गोपनीय रक्षा जानकारी के लीक के बदले पाकिस्तानी आईएसआई जासूसी गिरोह के माध्यम से जुड़े लोगों को पाकिस्तान से धन प मिला है। इस मामले में भारतीय नौसेना से संबंधित संवेदनशील महत्वपूर्ण जानकारी लीक हुई थी, जो सीमा पार पाकिस्तान से रची गई भारत विरोधी साजिश का हिस्सा था। देश की रक्षा से जुड़े इस गंभीर मामले में एनआईए ने 19 जुलाई 2023 को दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी। इनमें एक फरार पाकिस्तानी नागरिक मीर बलाज खान भी शामिल है। जांच में यह बात भी सामने आई है कि मीर बलाज खान एक गिरफ्तार आरोपी आकाश सोलंकी के साथ जासूसी गिरोह में शामिल था।इस मामले में 6 नवंबर 2023 को एनआईए ने दो अन्य आरोपी मनमोहन सुरेंद्र पांडा और एल्विन के खिलाफ एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी। जबकि पांडा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी एल्विन एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी और यह फरार है।
