महाकुंभ प्रयागराज: श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
मेला क्षेत्र में 123 वॉच टावरों पर तैनात हुए स्नाइपर, 2,750 एआई सीसीटीवी की चप्पे चप्पे पर नजर
महाकुंभ नगर में 51 हजार पुलिस कर्मियों ने डाला डेरा, 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट तैनात
महाकुम्भ में वीआईपी घाट और धार्मिक स्थलों की बढ़ाई गई सुरक्षा
LP Live, mahkumbhnagar(Prayagraj): आगामी 3 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले प्रयागराज के भव्य महाकुंभ को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए योगी सरकार ने कड़े प्रबंधन और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। प्रयागराज पुलिस प्रशासन ने महाकुंभ में चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए एआई तकनीक वाले पौने तीन हजा सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। वहीं मेला स्थल पर स्थापित 123 वॉच टावरों पर स्नाइपर भी तैनात किये गये हैं। मेले के दौरान 37 हजार पुलिसकर्मी और 14 हजार होमगार्ड तैनात किए गए हैं। वहीं एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर रहते हुए चौकसी बरत रही हैं। मसलन मेले का चप्पा चप्पा सीसीटीवी और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में हर कोना इस प्रकार सुरक्षित किया गया है कि मेले में परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।
प्रयागराज के महाकुंभ को इस बार दिव्य और भव्य के साथ हर तरह से सुरक्षित बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों तथा सुरक्षा एजेंसियों के साथ हर पहलु को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। सुरक्षित महाकुंभ की परिकल्पना के साथ ही पूरे मेला क्षेत्र में अब तक 123 वॉच टावर बनाए गए हैं, जहां स्नाइपर, एनएसजी, एटीएस और सिविल पुलिस के जवान तैनात हैं। वॉच टावरों को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इनसे दूरबीन की मदद से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा सके। हर वॉच टावर पर अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं। सभी वॉच टावरों को ऊंचाई और रणनीतिक स्थानों पर स्थापित किया गया है, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो। पुलिस के साथ जल पुलिस और फायर ब्रिगेड भी पूरी तरह मुस्तैद हैं।
स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता
महाकुंभ मेले के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में देश-विदेश से करीब 45 करोड़ श्रद्धालु, स्नानार्थी, कल्पवासी और पर्यटक आने की संभावना है। ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। मेले के सभी जोन और सेक्टर में अलग-अलग स्थानों पर वॉच टावर बनाए गए हैं। प्रवेश के सात मुख्य मार्गों पर भी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। 3 जल पुलिस स्टेशन और 18 जल पुलिस कंट्रोल रूम तैनात हैं।
मुख्य धार्मिक स्थलों पर कड़ी की सुरक्षा
अखाड़ा क्षेत्र, बड़े हनुमान मंदिर, परेड मैदान, वीआईपी घाट, अरैल, झूसी, और सलोरी जैसे संवेदनशील स्थानों पर विशेष वॉच टावर बनाए गए हैं। यहां तैनात जवान आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस हैं। प्रयागराज पुलिस के चलाए जा रहे ऑपरेशन स्वीप के तहत संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं को ट्रैक करने के लिए लगातार जांच की जा रही है। जबकि ऑपरेशन पहचान के माध्यम से मेला क्षेत्र में रह रहे लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। इन सभी सुरक्षा उपायों का उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करना और मेला क्षेत्र को किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचाना है। प्रशासन ने इस पूरे अभियान को अनवरत चलाने का निर्णय लिया है, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।
इस तरह चलाए जा रहे 12 ऑपरेशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यहां महाकुम्भनगर में 12 प्रकार के सुरक्षा ऑपरेशन अनवरत चलाए जा रहे हैं। संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। ऐसे लोगों के पकड़े जाने पर सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी के अनुसार यहां महाकुम्भनगर में देश विदेश से आने वाले लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। यहां एक एक श्रद्धालु की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है।
ऑपरेशन स्वीप– संदिग्ध व्यक्ति और वस्तुओं की चेकिंग।
ऑपरेशन पहचान– मेला क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों का सत्यापन।
ऑपरेशन इंटरसेप्ट– रेण्डम व सरप्राइज चेकिंग।
ऑपरेशन सील– जिले की सीमा को सील किया जाना
ऑपरेशन एमवी– प्रमुख चौराहों पर यातायात नियमों की चेकिंग।
ऑपरेशन चक्रव्यूह– प्रवेश निकास के समस्त मागों पर चेकिंग
ऑपरेशन कवच– मुख चौराहों पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग
ऑपरेशन बॉक्स– पार्किंग स्थलों पर चेकिंग।
ऑपरेशन महावीरजी– प्रमुख स्थलों व पाण्टून पुल के दोनों सिरों पर जांच।
ऑपरेशन विराट- प्रमुख पण्डालों और शिविर की चेकिंग।
ऑपरेशन संगम– स्नान घाटों एवं सर्कुलेटिंग एरिया में चेकिंग।
ऑपरेशन बाजार– बाजारों और प्रदर्शनी के साथ दुकानों की चेकिंग।