पेरिस पैरालंपिक: प्रीति पाल ने दूसरा कांस्य पदक जीतकर फिर रचा इतिहास
यूपी के मुजफ्फरनगर की बेटी ने बढ़ाई देश की शान, राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने दी बधाई
हिमाचल के निषाद ने दिलाया रजत पदक, भारत की झोली में अब तक सात पदक
LP Live, New Delhi: पेरिस पैरालंपिक में भारत के खिलाड़ी धमाल मचाते हुए तिरंगा फहरा रहे हैं। अब तक भारत ने एक स्वर्ण पदक और दो रजत पदक समेत सात पदक जीत लिये हैं। यूपी की प्रीति पाल ने महिलाओं की 100 मीटर के बाद 200 मीटर टी35 स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा है। प्रीति इस प्रकार का प्रदर्शन कर दो कांस्य पदक जीतने वाली भारत की इकलौती महिला एथलीट बन गई है।
पेरिस पैरालंपिक में प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक में लगातार दूसरा कांस्य जीतकर इतिहास रच दिया। महिलाओं की 200 मीटर टी35 स्पर्धा में प्रीति पाल ने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 30.01 सेकेंड का समय निकालकर कांस्य पदक अपने नाम किया। इससे पहले शुक्रवार को महिलाओं की 100 मीटर टी35 स्पर्धा में भी प्रीति पाल ने 14.21 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता था। पेरिस में यह उनका यह लगतार दूसरा कांस्य पदक है। पेरिस पैरालंपिक में भारत के अब सात पदक हो गए हैं। गौरतलब है कि 1984 से 2020 तक भारत ने पैरा एथलेटिक्स के सभी पदक फील्ड स्पर्धाओं में जीते थे। यह पहली बार है कि प्रीति पाल ने ट्रैक स्पर्धा में देश को एक नहीं, बल्कि दो पदक दिलाकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। मुजफ्फरनगर के मीरापुर के हाशमपुर गांव के डेयरी चलाने वाले अनिल पाल की 23 वर्षीय बेटी प्रीति पाल पेरिस में पैरा एथलेटिक्स में भारत को लगातार दूसरा कांस्य पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है। प्रीति टी35 वर्गीकरण वाले उन खिलाडि़यों में शामिल है, जिनमें समन्वय संबंधी विकार होते हैं।
राष्ट्रपति व पीएम मोदी ने प्रीति को दी बधाई
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने पेरिस पैरालंपिक में महिलाओं की 200 मीटर टी35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने पर प्रीति पाल को बधाई। 100 मीटर कांस्य के बाद, यह पेरिस पैरालंपिक में उनका दूसरा पदक है, जो एक असाधारण उपलब्धि है। भारत के लिए दोनों पैरा-एथलेटिक्स पदक उन्होंने ही जीते हैं। भारत को उन पर गर्व है। पेरिस पैरालंपिक में पदक जीत रहे खिलाड़ियों में प्रीति पाल के लगातार दो कांस्य पदक जीतने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बधाई देते हुए कहा कि प्रीति पाल की यह ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने महिलाओं की 200 मीटर टी35 स्पर्धा में कांस्य के साथ पैरालंपिक 2024 में अपना दूसरा पदक जीता। वह भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। उनका समर्पण सचमुच उल्लेखनीय है। वहीं प्रीति ने दोनो पदकों का श्रेय अपने कोच गज्जू भैया (गजेंद्र सिंह) को दिया है।
हिमाचल के निषाद कुमार को रजत
हिमाचल प्रदेश के स्टार पैरा एथलीट निषाद कुमार ने पुरुषों की टी47 ऊंची कूद स्पर्धा में 2.04 मीटर की कूद में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। निषाद कोहनी या कलाई के नीचे का अंग विच्छेदित या क्षतिग्रस्त वर्ग के खिलाड़ियों में शामिल है।