पाकिस्तान में सेना प्रमुख की नई नियुक्ति पर घमासान
सरकार ने पूरी की बाजवा के उत्तराधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया


LP Live, Islamabad: पाकिस्तान में भले ही लोकतंत्र के नाम पर राजनीतिक शासन हो, लेकिन अप्रत्यक्ष रुप से पाकिस्तान सेना का पूरे देश के सिस्टम पर राज चलता है। मसलन सेना के बिना पाकिस्तान में सरकार का गठन भी आसान नहीं है। अब इमरान खान की सरकार गिरने के बाद सरकार में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा जल्द ही थल सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा के उत्तराधिकारी की घोषणा कर दी जाएगी। सरकार ने नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है।

पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह के अनुसार सरकार ने नए सेना अध्यक्ष की नियुक्ति से जुड़ी परामर्श संबन्धी सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया है और नए सेनाध्यक्ष के नाम भी तय हो गया, केवल अब औपचारिकता ही बाकी रह गई है। सेना प्रमुख की नई नियुक्ति को लेकर पाकिस्तान में इस समय घमासान बना हुआ है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा का सेवाकाल 29 नवंबर को पूरा हो रहा है। इमरान का लांग मार्च रावलपिंडी पहुंचने वाला है, जहां जनरल बाजवा का आवास भी है।
इमरान के लांग मार्च और नए सेना प्रमुख की नियुक्ति को देखते हुए रावलपिंडी के लोगो में डर का माहौल बना हुआ है, इसलिए लोग खान पान व जरुरतमंद चीजों की खरीदारी करने में जुटे हु है, जनता को इस बात का डर है कि इस प्रक्रिया में सामान की महंगाई बढ़ सकती है और हालात कुछ भी हो सकते हैं। इमरान के लांग मार्च की वजह से रावलपिंडी मेकं 21 नवंबर से स्कूलों में होने वाली मध्यावधि परीक्षा को भी स्थगित होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। वहीं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता आसिफ अली जरदारी ने जहां नई नियुक्ति को लेकर सेना में प्रोन्नत प्रक्रिया को जायज बताकर नई सरकार की प्रक्रिया का समर्थन किया, वहीं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख की नियुक्ति को पाकिस्तान के चीफ जस्टिस की नियुक्ति की तर्ज पर करने की मांग उठाई।
