न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता बने सुप्रीम कोर्ट के जज
सीजेआई चंद्रचूड़ ने दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ


LP Live, New Delhi: बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जज दीपांकर दत्ता को सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। दत्ता को सोमवार को सीजेआई चंद्रचूड ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने एक अधिसूचना के तहत बंबई उच्च न्याायालय के मुख्यि न्या याधीश न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त् किया है। न्यायमूर्ति दत्ता ने सोमवार को सुबह सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में न्यायालय के अदालत कक्ष एक में शपथ ग्रहण की। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने उन्हें इस पद की शपथ दिलाई। उनका कार्यकाल 8 फरवरी 2030 तक होगा। जस्टिस दीपांकर दत्ता के नाम की सिफारिश पिछले साल सितंबर में तत्कालीन न्यायमूर्ति यूयू ललित (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम द्वारा की गई थी। इस प्रकार अब सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या बढ़कर 28 पहुंच गई है। सुप्रीम कोर्ट में सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष है। उनके नाम की सिफारिश पिछले साल सितंबर में तत्कालीन न्यायमूर्ति यूयू ललित (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने की थी।
कौन हैं जस्टिस दीपांकर दत्ता
जस्टिस दत्ता का जन्म 9 फरवरी 1965 को हुआ था। जस्टिस दत्ता इस साल 57 साल के हो गए। वह कोलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश दिवंगत सलिल कुमार दत्ता के पुत्र हैं। जस्टिस दीपांकर दत्ता सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति अमिताव रॉय के बहनोई हैं। दत्ता को बॉम्बे हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के पद से प्रोन्नत करके सर्वोच्च न्यायालय भेजा गया है।
बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने न्यायमूर्ति गंगापुरवाला
राष्ट्रपति ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 223 द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए बंबई उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम अवर न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय विजयकुमार गंगापुरवाला को उस उच्च न्यायालय बंबई के मुख्य न्यायाधीश के पद के कर्तव्यों का पालन करने के लिए नियुक्त किया है। वह उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद के कर्तव्यों का पालन न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में अपनी नियुक्ति के परिणामस्वरूप बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पदभार छोड़ने की तिथि से करेंगे।
