एक हजार मेगावाट क्षमता की बीकानेर सौर ऊर्जा परियोजना की रखी गई नींव
LP Live, Jaipur: राजस्थान में सौर ऊर्जा क्षेत्रों के लिए ट्रांसमिशन प्रणालियों शुरू हो गई है, जिसे नेशनल ग्रिड से जोड़ा जाएगा। राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने ट्रांसमिशन प्रणालियों का वर्चुअल रूप से उद्घाटन करने के साथ ही 1000 मेगावाट की बीकानेर सौर ऊर्जा परियोजना की आधारशिला भी रखी। वहीं उन्होंने जयपुर स्थित राजभवन में में संविधान उद्यान का उद्घाटन किया।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने मंगलवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर राजभवन में संविधान उद्यान के उद्घाटन समारोह में शिरकत करते हुए राजस्थान के सौर ऊर्जा उत्पादन को नेशनल ग्रिड से जोड़ने वाली ट्रांसमिशन प्रणालियों का उद्घाटन हुआ। इसके साथ ही 1000 मेगावाट वाली बीकानेर सोलर विद्युत परियोजना का भी शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि एसजेवीएन लिमिटेड की 1000 मेगावाट की बीकानेर सौर ऊर्जा परियोजना पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन एनर्जी पर स्वावलंबन की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है।
संविधान उद्यान का उद्घाटन
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को राजभवन जयपुर में संविधान उद्यान, मयूर स्तंभ, राष्ट्रीय ध्वज पोस्टौ का उदघाटन किया, जहां उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष जोशी के साथ महात्मा गांधी और महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण भी किया। राष्ट्रपति ने उद्यान में प्रदर्शित संविधान निर्माण की तीन वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा का कलात्मनक ढंग से वर्णन करने के लिए कलाकारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे आधुनिक इतिहास का एक प्रमुख अध्याय संविधान उद्यान में सुरूचिपूर्ण चित्रों, मूर्तियों तथा अन्य कला रूपों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
संविधान निर्माण की यात्रा का वर्णन
इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा लोकतंत्र जीवंत है और विश्वी में सबसे बड़ा लोकतंत्र है। इस महान लोकतंत्र का आधार हमारा संविधान है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेकर उन्हें संविधान निर्माताओं के प्रति सम्मान व्यथक्त करने का अवसर मिला है। उन्होंने कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से भारत के संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। अब तक कुल 105 संशोधन किए गए हैं। इस तरह हमारा संविधान एक जीवंत दस्तावेज है जो समय के साथ लोगों की बदलती आशाओं और आकांक्षाओं को अपनाने तथा शामिल करने में पूरी तरह सक्षम है।
संविधान में प्रावधान भी शामिल
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने समाज के प्रत्येक वर्ग के प्रति संवेदनशीलता तथा लोकतंत्र के प्रत्येक स्तर और प्रशासन के प्रत्येक पहलू के प्रति जागरूकता के कारण एक व्यापक संविधान का निर्माण किया। हमारे दूरदर्शी संविधान निर्माताओं के पास भविष्य की पीढ़ियों को उनकी आवश्य्कताओं के अनुसार प्रणाली बनाने के बारे में विचारों की स्पष्टता थी। इसी कारण संविधान संशोधन के प्रावधानों को भी संविधान में ही शामिल किया गया है।