चीनी सैनिकों को खदेड़ने में भारतीय सैनिकों ने दिखाया आदम्य साहस: राजनाथ
भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को लेकर रक्षा मंत्री ने संसद में दिया बयान
कांग्रेस के शासन में हडपी हजारों हेक्टेयर भूमि, भाजपा राज में ऐसा नहीं होने देंगे: अमित शाह
LP Live, New Delhi:
संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान मंगलवार को तवांग में भारत और चीन की सेना के बीच हुई झड़प के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तवांग मुद्दे पर संसद में जवाब देते हुए कहा कि तवांग में झड़प के दौरान दोनों ओर से कुछ जवान घायल हुए हैं। इस झड़प में हमारे एक भी जवान ना तो शहीद हुआ है और ना ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। भारतीय जवानों के समय पर हस्तक्षेप के कारण चीनी सैनिक वापस लौट गए।
संसद में मंगलवार को तवांग के मुद्दे पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। इस हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को लेकर सियासी बयानबाजी के बीच मंगलवार को लोकसभा में विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया, जिसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर बयान दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि 9 दिसंबर 2022 को पीएलए गुट ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया। चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने मजबूती के साथ सामना किया। इस झड़प में हाथापाई हुई। लेकिन हमारे जवानों ने चीनी सैनिकों को हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने से रोका और उन्हें अपनी पोस्ट पर वापस जाने के लिए मजबूर किया। इस घटना के बाद क्षेत्र के स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीनी समकक्ष के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की है। राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मुद्दे को चीनी राजनयिकों के सामने उठाया गया। मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारे जवान देश की सीमा की सुरक्षा करने और सीमा की सुरक्षा को चुनौती देने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस को मिला था चीनी दूतावास से फंड
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान चीन ने भारत की हजारों हेक्टेयर भूमि हड़प ली थी, लेकिन भाजपा के राज में ऐसा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि तवांग में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के दौरान भारतीय सैनिकों ने अदम्य वीरता का प्रदर्शन करते हुए उन्हें कुछ ही घंटों में बाहर खदेड़ दिया था। शाह ने विपक्ष के लोकसभा में प्रश्नकाल न चलने देने की निंदा करते हुए कहा कि प्रश्नकाल संख्या पांच में राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के संबंध में सवाल था। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-2007 के दौरान चीनी दूतावास से 1.35 करोड़ रुपये का अनुदान मिला, जो एफसीआरए के अनुसार सही नहीं था, लिहाजा नियमानुसार गृह मंत्रालय ने इसका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया। अमित शाह ने कहा कि नेहरू के चीन प्रेम की वजह से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की बलि दे दी गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का चीन के प्रति दोहरी रवैया है।
चीन की पहली प्रतिक्रिया आई
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद चीन की तरफ से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। चीन ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। एएफपी ने बताया कि झड़प के बाद चीन ने कहा कि भारतीय सीमा पर स्थिति नियंत्रण में है।