लोकसभा में स्वतंत्रता सेनानियों को किया नमन
हिरोशिमा व नागासाकी पर परमाणु हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि
भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर किया गया स्मरण
LP Live, New Delhi: लोक सभा में बुधवार को महात्मा गांधी द्वारा आजादी के आंदोलन के दौरान शुरू किए गए भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। वहीं जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि भी दी गई।
संसद में बुधवार को सुबह 11 बजे लोक सभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में सबसे पहले महात्मा गांधी द्वारा 9 अगस्त, 1942 को शुरू किए गए भारत छोड़ो आंदोलन को याद करते हुए आजादी की लड़ाई के इस महत्वपूर्ण आंदोलन की वर्षगांठ पर महात्मा गांधी द्वारा दिए गए ‘करो या मरो’ और अंग्रेजों भारत छोड़ो नारे को याद करते हुए आजादी के आंदोलन के स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया गया। वहीं लोकसभा में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए परमाणु हमले के पीड़ितों को भी लोक सभा में श्रद्धांजलि दी गई।
संसद परिसर में भाजपा सांसदों का प्रदर्शन
संसद परिसर में बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले दोनों सदनों के भाजपा सांसदों ने भ्रष्टाचार क्विट इंडिया, परिवारवाद क्विट इंडिया और तुष्टिकरण यानी वोट बैंक पॉलिटिक्स क्विट इंडिया अभियान के तहत संसद भवन परिसर में जमकर प्रदर्शन किया। भाजपा सांसदों ने महात्मा गांधी द्वारा 9 अगस्त 1942 को शुरू किए गए भारत छोड़ो आंदोलन की तर्ज पर एकत्र होकर भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, परिवारवाद भारत छोड़ो, तुष्टिकरण भारत छोड़ो और वोट बैंक पॉलिटिक्स भारत छोड़ो के नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसदों ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण और वोट बैंक पॉलिटिक्स को लेकर कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाए।
आप सांसद ने पहनी टमाटर की माला
राज्यसभा में बुधवार को आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील गुप्ता टमाटर की माला पहनकर आ गए। इस पर कई सदस्यों ने आपत्ति जताई। दरअसल सुबह जब उच्च सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो जेडीयू के सांसद अनिल प्रसाद हेगड़े को बोलने का मौका मिला। उस समय कैमरे पर कई सांसद दिखाई दे रहे थे। इसमें हेगड़े के पास बैठे आप सांसद भी थे। वह काले चश्मा पहने थे और बार-बार टमाटर की माला को ऊपर उठा रहे थे। उनके आगे वाली कतार में आप के सांसद राघव चड्ढा भी बैठे हुए थे। हंगामा बढ़ा तो राज्यसभा के सभापति ने खड़े होकर सांसद का नाम लिए बगैर नाराजगी जताई। कुछ देर बाद हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा के सभापति ने कहा कि उन्हें सुशील गुप्ता की यह वेशभूषा देख तकलीफ हुई। गुप्ता ने कहा कि जब कोई सोने की माला पहन कर संसद आ सकता है तो महंगे टमाटर की क्यों नहीं?