गणतंत्र दिवस की परेड में यूपी की झांकी में नजर आएंगे श्रीराम
विकसित भारत:समृद्ध विरासत की थीम प्रदर्शित करेगी झांकी
झांकी में जेवर एयरपोर्ट, ब्रह्मोस मिसाइल, नाेएडा की मोबाइल मैनुफैक्चरिंग और विकास भी शामिल
LP Live, New Delhi: गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल की गई उत्तर प्रदेश की झांकी ‘विकसित भारत:समृद्ध विरासत’ की थीम पर तैयार की गई है, जिसकी विशेषता यह होगी की उसके अग्रिम भाग पर श्रीराम मंदिर के बेस पर भगवान श्रीराम नजर आएंगे। आध्यात्मिकता के साथ विकास की झलक भी इस झांकी के साथ होगी तथा सूबे की संस्कृति की छटाएं भी कलकारों द्वारा बिखरती नजर आएगी।
अयोध्या में आज सोमवार 22 जनवरी को श्री रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया है, तो गणतंत्र दिवस की परेड में कर्तव्य पथ पर उत्तर प्रदेश की झांकी में अग्रिम में श्रीराम मंदिर के बेस पर स्थपित भगवान श्रीराम की सुंदर प्रतिमा को शामिल किया गया है। इसके अलावा झांकी में सर्वप्रथम कलश के प्रतीक के साथ दो साधुओं को दिखाया गया है, जो प्रयागराज में होने वाले माघ मेले एवं 2025 के महाकुंभ का प्रतीक है। इसके नीचे फ्रिल के ऊपर लोअर एरिया में प्रभु राम के अयोध्या आगमन के प्रतीकस्वरूप होने वाले दीपोत्सव को दिखाया गया है। अगली तस्वीर दुनिया के चौथे सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर एयरपोर्ट की है। नोएडा में एशिया की सबसे बड़ी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री और मोबाइल को उत्तर प्रदेश के मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनने के प्रतीक के तौर पर लिया गया है। पीछे एलईडी स्क्रीन में एक्सप्रेसवे के माध्यम से 6 संचालित एवं 7 निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे वाले प्रदेश के एक्सप्रेसवे-प्रदेश बन जाने को भी दर्शाया गया है।
रैपिड रेल मॉडल की झलक
उत्तर प्रदेश की झांकी में साधुओं के बाद रैपिड रेल का मॉडल है, जिसका गाजियाबाद से दुहाई तक संचालित रैपिड रेल सेवा का देश में सर्वप्रथम आगमन उत्तर प्रदेश में हुआ है। सबसे अंत में रैपिड रेल के ऊपर से निकलती हुई ब्रह्मोस मिसाइल को दिखाया गया, उत्तर भारत में जिसका निर्माण सिर्फ उत्तर प्रदेश में हो रहा है। अंत में मेक इन इंडिया का शेर इसका प्रतीक है कि उत्तर प्रदेश किस तरह से देश में ही निर्माण के अभियान को आगे ले जा रहा है।