माणा गांव में होगी उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक
LP Live, New Delhi: यहां संसद भवन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात करते हुए राज्य के विकास के लिए प्रस्तावित रोडमैप की जानकारी दी। इनमें चमोली जिले के माणा को पहला गांव मानते हुए कैबिनेट की बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव है। वही राज्य में 15 ग्रीन फील्ड सिटी विकसित करने और प्रमुख पर्यटक स्थलों हेतु 19 हेलीपैड बनाने की प्रस्तावित योजना से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री धामी ने सशक्त उत्तराखण्ड@25 के तहत राज्य सरकार के रोडमैप को साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लोहाघाट स्थित मायावती आश्रम आने के लिये भी आमंत्रित किया। उन्होंने केदारनाथ में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों तथा बदरीनाथ मास्टर प्लान की प्रगति की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास हेतु अल्पकालिक, मध्यकालिक तथा दीर्घकालिक रोडमैप तैयार किया जाएगा। धामी ने बताया कि राज्य में नीति आयोग की तर्ज पर स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर इंपावरिंग एंड ट्रांसफॉर्मिंग उत्तराखंड यानी एसईटीयू के गठन का काम शुरू कर दिया गया है। वहीं आरसीएस के अन्तर्गत 13 हैलीपोर्टस क्रियाशील है, जबकि राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों हेतु 19 हेलीपैड प्रस्तावित किये गये है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति (2020 के अन्तर्गत प्रस्तावित बाल वाटिका कार्यक्रम आरम्भ कर दिया गया है। पीपीपी मॉडल के अन्तर्गत सैनिक स्कूल के गठन हेतु 04 जनपदों में स्थल चयनित कर दिये गये है।
कुपोषण उन्मूलन पर बल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कुपोषण को समाप्त करने तथा पारम्परिक तौर पर उत्पादित मोटे अनाज उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु स्टेट मिलेट मिशन लाया जा रहा है। इसके लिए अधिक मूल्य वाली कृषि व बागवानी को क्लस्टर फार्मिंग एप्रोच के रूप में प्रोत्साहित किया जा रहा है, राज्य में वर्तमान में 6624 क्ल्सटर चिन्हित किये गये है। वहीं यह मिशन क्ल्सटर फार्मिंग एप्रोच के आधार पर प्रस्तावित है, जिसमें प्रत्येक जनपद में 500-500 हेक्टेयर के दो क्ल्सटर का गठन किया जायेगा मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतमाला योजना के अन्तर्गत 35 रोपवे चिन्हित किये गये है, जिन पर निर्धारित अवधि में कार्य आरम्भ तथा उसे पूर्ण करने हेतु रणनीति तैयार की जा रही है।
मानसखण्ड माला के लिए मांगी वित्तीय मदद
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चारधाम जैसे धार्मिक पर्यटन की तरह मानसखण्ड माला तैयार करने का कार्य आरम्भ किया गया है, जिसके अन्तर्गत वे सभी पौराणिक धार्मिक क्षेत्र पर्यटन सर्किट से जुड़ेंगे, जो अभी तक मुख्यधारा में शामिल नहीं थे। इस कॉरिडोर को तैयार करने से स्थानीय स्तर पर पर्याप्त रोजगार की सम्भावना है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्वदेश दर्शन 2.0 के अन्तर्गत वित्तीय सहयोग का अनुरोध किया।
परिवार पहचान पत्र की तैयारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा की तर्ज पर राज्य में परिवार पहचान पत्र तैयार करने का कार्य आरम्भ किया जा रहा है, जिसमें सभी प्रकार की लाभार्थीपरक योजनाओं को इस प्रकार से लिंक किये जाने का प्रस्ताव है कि किसी भी परिवार से लाभार्थी का चयन निर्धारित मानकों एवं योग्यता के आधार पर ऑटोमेटिक हो जाए। ईज ऑफ लिविंग के अन्तर्गत नागरिकों की आसानी के लिए अपुणी सरकार पोर्टल में 475 से अधिक सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया गया है।