आतिशी ने ली दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ
उप राज्यपाल ने दिलाई पद व गोपनीयता की शपथ, पांच मंत्रियों ने भी ली शपथ
दिल्ली सरकार की कमान संभालने वाली तीसरी महिला सीएम
LP Live, New Delhi: आखिर दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रुप में आतिशी ने मंत्रिमंडल के पांच सदस्यों के साथ शपथ ले ली है। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद अतिशी को विधायक दल का नेता चुना गया था। उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री अतिशी और उसके मंत्रिमंडल में शामिल हुए पांच मंत्रियों को भी पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
यहां राज निवास में शनिवार को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आतिशी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के रुप में शपथ लेने वाली अतिशी तीसरी महिला है। इससे पहले स्वर्गीय शीला दीक्षित और स्वर्गीय सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। अतिशी के अलावा उप राज्यपाल ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय, मुकेश अहलावत, इमरान हुसैन, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई। गौरतलब है कि दिल्ली शराब घोटाले में जेल में बंद रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और आतिशी कालकाजी सीट से विधायक अतिशी को मुख्यमंत्री ओर आप विधायक दल की नेता चुना गया। अतिशी ने केजरीवाल के इस्तीफे के बाद दिल्ली में सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इसके लिए शनिवार को उन्होंने शपथ लेने के बाद दिल्ली सरकार की कमान संभाल ली है।
केजरीवाल को इसलिए देना पड़ा इस्तीफा
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की कथित शराब घोटाला मामले में जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्त व प्रतिबंध लगाये थे। कोर्ट के फैसले के अनुसार केजरीवाल मुख्यमंत्री ऑफिस नहीं जा सकते हैं, किसी फाइल पर साइन नहीं कर सकते हैं, केस से संबंधित गवाहों को प्रभावित नहीं कर सकते हैं, केस के बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। शायद इसलिए उन्होंने इस्तीफा देकर अपनी छवि बनाने का प्रयास किया।
आसान नहीं अतिशी की राह
अतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री तो बन गई है, लेकिन दिल्ली सरकार चलाना उनके लिए असान राह नहीं है। मसलन दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनता से कई अहम वादे किए। उन्होंने 2025 तक यमुना साफ करने, मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 1,000 रुपये मानदेय देने, सेवाओं को घर तक पहुंचाने की योजना, दिल्ली इलेक्ट्रिक वीकल नीति 2.0 और सौर नीति लागू करने जैसे बड़े वादे किए। अब चुनाव से पहले आतिशी के सामने इन योजनाओं और वादों को पूरा करना होगा। गंभीर आरोपों में घिरी सरकार के लिए इन योजनाओं को धरातल पर उतारना आसान नहीं होगा।