श्रीराम जन्मभूमि की खुदाई में मिले प्राचीन मंदिर के अवशेष
अयोध्या में तेजी से चल रहा है श्रीराम मंदिर का निर्माण
LP Live, Lucknow: अयोध्या में श्रीराम मंदिर के चल रहे भव्य निर्माण के दौरान श्रीराम श्री रामजन्मभूमि पर खुदाई के दौरान कई मूर्तियां, स्तंभ और बेशकिमती पत्थरों समेत प्राचीन मंदिर के अनेक अवशेष मिले हैं। ये अवशेष अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि होने की पुष्टि करते हैं कि यहां श्रीराम का प्राचानी मंदिर था।
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य आखिरी चरण में है, जहां निर्माण स्थल पर खुदाई के दौरान प्राचीन मंदिर के कुछ अवशेष मिलने की जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने सोशल मीडिया के जरिए दी। उन्होंने श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के तहत खुदाई के दौरान मिले प्राचीन मंदिर के अवशेषों की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर निर्माण में खुदाई के दौरान प्राचीन मंदिर के जो अवशेष मिले हैं, उनमें कई मूर्तियां और स्तंभ शामिल हैं, जो मंदिर निर्माण से जुड़ी होने का प्रमाण है। यह मंदिर कब का है किस राजवंश से संबंध था, इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, जिसका पुरातत्व सर्वेक्षण की जांच से ही पता चल सकेगा।
जल्द पूरा होगा श्रीराम मंदिर का निर्माण
श्रीराम मंदिर निर्माण के बारे में ट्रस्ट का कहना है कि तय समय सीमा में निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। मंदिर निर्माण में अत्यंत सावधानी बरती जा रही है। बताया जा रहा है कि भव्य मंदिर के निर्माण को जल्द से जल्द पूरा हो हो। मंदिर में कुल 17 हजार ग्रेनाइट पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है, जिनमें से प्रत्येक का वजन 2 टन है। इसके अलावा आधार के निर्माण के लिए मिर्ज़ापुर से 4 लाख घन फीट गुलाबी पत्थरों का उपयोग किया गया था और शिखर को तराशने के लिए राजस्थान के बंसी पहाड़पुर से एक लाख घन फीट नक्काशीदार संगमरमर का उपयोग किया जा रहा है। अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर, मंदिर वास्तुकला की नागर शैली के आधार पर बनाया जा रहा है। मंदिर वास्तुकला की नागर शैली उत्तरी भारत में पाई जाती है इसमें मंदिर का निर्माण आम तौर पर एक ऊंचे मंच पर किया जाता है जिसे जगती कहते हैं। अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर मैराथन बैठक आयोजित की गई है। बताया जा रहा है कि राम जन्मभूमि परिसर में स्थित एलएनटी कार्यालय में हो रही भवन निर्माण समिति की अहम बैठक में कई प्रकार के निर्णय लिए जाने हैं।
निर्माण स्थल पर कड़ी सुरक्षा
श्रीरामजन्मभूमि की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) की पहली टीम अयोध्या इसी सप्ताह पहुंच चुकी है। एसएसएफ की तीन कंपनी में 280 जवान हैं। एसपी गौतम ने बताया कि इन जवानों को दस दिनों का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद तैनाती की जाएगी। पीएसी जवानों के साथ मिलकर यह बल श्रीरामजन्मभूमि के आंतरिक परिसर और उससे सटे बाहरी परिसर की सुरक्षा संभालेगा। अयोध्या को छह कंपनी एसएसएफ की मिलनी है।