शीत लहर में जन सुविधाओं पर एक्शन मोड में योगी सरकार
सूबे के सभी 75 जिलों में कंबल वितरण, अलाव और रैन बसेरों की निगरानी
सभी जिलाधिकारियों को बेसहारा व जरुरतमंदों को आश्रय देने के निर्देश
LP Live, Lucknow: ठंड के मौसम में कहर बरपाती शीत लहर को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों में रैन बसेरों, कंबल वितरण, अलावा और निराश्रितों व जरूरतमंदों को सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिये हैं। प्रदेश में कंबल, अलाव और रैनबसेरे पर मुख्यमंत्री खुद पूरी तरह से नजर रखे हुए हैं।
यूपी सरकार ने प्रदेश के सभी 75 जिलों में वितरण के लिए 4,96,883 कंबलों की खरीद की है, इनमें से 2,86,740 लोगों में कंबल का वितरण करा भी दिया गया है। प्रदेश में शीतलहर से बचाव के लिए 1220 रैन बसेरे स्थापित किए गए, जिनमें 29,228 लोगों के रहने की क्षमता है। वहीं सूबे में अलाव जलाने के लिए 14,043 स्थान चिह्नित किए गए। यूपी के जनपदों में प्रतिदिन 12,594 सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाया जा रहा है।
सड़क पर कोई सोता नजर न आए
सरकार ने शीतलहर के बीच निराश्रित जनों की सहायता के लिए प्रदेश में रैन बसेरों की स्थापना की गई है। अब तक 1220 से अधिक रैन बसेरे स्थापित किये गए हैं। मुख्यमंत्री जिलाधिकारी को स्वयं रैन बसेरों की व्यवस्था का औचक निरीक्षण करने के निर्देश जारी किये गये हैं। वहीं निर्देश हैं कि ठंड में कोई भी व्यक्ति सड़क पर सोता न नजर आए और जिला प्रशासन हर जरूरतमंद को रैन बसेरे की सुविधा के साथ कंबल वितरण व अन्य आवश्यक सुविधा मुहैया कराए। सरकार का निर्देश है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कंबल आदि राहत सामग्री का वितरण स्थानीय सांसद, विधायक, निकाय चेयरमैन जैसे जनप्रतिनिधियों से ही कराया जाए।
प्रदेश में प्रतिदिन जल रहे अलाव
सूबे के सभी 75 जिलों में अलाव जलाने की व्यवस्था की जा रही है। बढ़ती ठिठुरन में किसी को दिक्कत न हो। इसके लिए सरकार अलाव जलवा रही है। कुल 14043 स्थान चिह्नित किए गए हैं, इनमें से 12594 जगहों पर प्रतिदिन अलाव जल रहे है। लखनऊ में 724 स्थानों पर अलाव जलाकर लोगों को राहत दिलाया जा रहा है। अलीगढ़ में 505, प्रयागराज में 429, उन्नाव में 411, बिजनौर में 402, हरदोई में 370, मेरठ में 306, सिद्धार्थनगर में 294, मऊ में 283, सहारनपुर में 262, मुरादाबाद में 256, शाहजहांपुर में 255, गाजीपुर में 252, जौनपुर में 246, सीतापुर में 233 स्थानों पर प्रतिदिन अलाव जल रहे हैं।