
कोहरे में कई बसों व कारों के आपस में टकराने के बाद वाहनों में लगी आग
मुख्यमंत्री योगी ने हादसे में हुई जानमाल की हानि पर जताया गहरा दुख
लोकपथ लाइव, मथुरा: मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार सुबह सात बसें और तीन कारों के आपस में टकराने के बाद लगी भीषण आग में 13 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई है। इस हादसे में करीब 90 लोग घायल हुए, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस भीषण सड़क हादसे में हुई जानमाल की हानि पर गहरा दुख जताते हुए मुआवजे का ऐलान किया है।


यमुना एक्सप्रेस-वे यानी दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस-वे पर मथुरा जिला क्षेत्र में मंगलावर को सुबह करीब सात बजे घने कोहरे में आठ बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं। वाहनों के टकराने के बाद कुछ वाहनों में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। इस भीषण हादसे में वाहनों में सवार 13 लोगों की जिंदा जलकर के मरने की खबर है, जबकि करीब 90 लोग घायल बताए जा रहे हैं। सूचना पाते ही इलाके की पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव का काम शुरु कराया। मौके पर पहुंची फायरबिग्रेड के जवानों ने आग पर काबू पाया। पुलिस ने लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पंहुचाया। घटना के मुताबिक हादसे के दौरान करीब छह बसों में आग लग गई, जिनमें यात्री सवार थे। अचानक जोरदार आवाज के साथ धमाके से आग फैल गई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हादसा इतना विदारक था कि अधिकांश शवों के टुकड़ों पॉलिथीन में भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इससे एक दिन पहले भी मथुरा में सोमवार तड़के दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के कारण हुई एक भीषण बहु-वाहन दुर्घटना के ठीक एक दिन बाद हुई है। उस दुर्घटना में भी दो पुलिसकर्मियों सहित चार लोगों की मौत हो गई थी।

राहत व बचाव अभियान
मथुरा के ज़िला मजिस्ट्रेट चंद्र प्रकाश सिंह ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए राहत कार्यों की जानकारी दी कि तत्काल 12 से अधिक दमकल गाड़ियां और 14 से अधिक एम्बुलेंस भेजी गईं। घायलों को सी.एच.सी. बलदेव और जिला अस्पताल भेजा गया है। डीएम ने यह भी कहा कि बचे हुए यात्रियों को सरकारी वाहनों से घटनास्थल से उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि घना कोहरा ही इस बहु-वाहन दुर्घटना का मुख्य कारण था। इस घने कोहरे के कारण लगभग सात बसें और तीन छोटी कारें आपस में टकरा गईं। इस दुर्घटना में कारों में आग भी लग गई। एसएसपी ने पुष्टि की कि 13 लोगों की मौत हो गई है जबकि लगभग कई लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर राहत एवं बचाव कार्य लगभग पूरा हो चुका है। वहीं मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए गए हैं। मंडल आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह के अनुसार चार शवों की पहचान हो गई है, अन्य के शिनाख्त के लिए टीम जुटी हुई है। फिलहाल घटना में प्रशासन ने दस लोगों के मरने की पुष्टि कर दी है, हालांकि इससे ज्यादा लोगों की जिन्दा जलकर मौत होने की जानकारी है। एक्सप्रेसवे पर जाम की स्थिति को खत्म करने और जांच के लिए हाइड्रा मशीनों से जले हुए वाहनों को हटाया गया। हर तरफ राख में तब्दील बसें और कारें हादसे की भयावह कहानी बयां कर रही थीं।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस भीषण सड़क हादसे में हुई जानमाल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने मथुरा सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं घायलों के समुचित और बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है और प्रशासन की ओर से हर जरूरी मदद उपलब्ध कराई जा रही है।











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