
LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर थाना खालापार पुलिस ने करोड़ों रुपये के फर्जी जीएसटी बिल घोटाले में वांछित चल रहे दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोनू उर्फ महबूब उर्फ महमूद हसन निवासी तेवड़ा ककरौली तथा रहीश मलिक निवासी गाजियाबाद के रूप में हुई है। पुलिस ने इन दोनों को कोटद्वार से दबोचा है।
स्टेट जीएसटी अधिकारियों ने कुछ महीने पूर्व जानसठ रोड स्थित अक्षा रिसाइक्लिंग एडं वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी में छापेमारी की थी, जहां से बड़ी संख्या में कागज पकड़े गए थे, जिनकी जांच में आईटीसी घोटाले सामने आए। इसके बाद जीएसटी अधिकारियों ने खालापार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में खालापार थाना प्रभारी महावीर सिंह चौहान के नेतृत्व में टीम ने दो आरोपियों को दबोचा है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह अक्षा रिसाइक्लिंग कंपनी के लिए काम करते थे। कंपनी के मालिक सोनू मलिक और डायरेक्टर शादाब के कहने पर सेंट स्टील, कोटद्वार स्टील, सुप्रीम स्टील के नाम पर फर्जी ई-वे बिल और जीएसटी इनवॉइस बनाए जाते थे। कार्यालय में इन दस्तावेजों को तैयार कर बोगस बिल बनाए जाते थे, जिनके माध्यम से जीएसटी की करोड़ों रुपये की चोरी की जाती थी। रहीश मलिक ने भी कंपनियों के नाम पर फर्जी कागजी लेनदेन की बात कबूल की। फर्जी आइटीसी क्लेम मामले में शासन से भी त्वरित कार्रवाई के निर्देश है, जिसके चलते पुलिस और जीएसटी विभाग गंभीरता से लगे हुए थे।
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