सीबीएसई की कार्यशाला में शिक्षकों को मिला विशेषज्ञों का मार्गदर्शन


LP Live, Muzaffarnagar: न्यू हॉराइजन स्कूल में रचनात्मक एवं आलोचनात्मक सोच विषय पर बुधवार को सीबीएसई की दो दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। इसमें रिसोर्स पर्सन्स डा. अभिनव चौधरी व डा. वीनू शर्मा ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को मार्गदर्शन किया। कार्यशाला में विभिन्न सीबीएसई स्कूलों के 65 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।

कार्यशाला में बुधवार को विभिन्न गतिविधियों ,समूह चर्चाओं तथा समस्या समाधान आधारित अभ्यासों के माध्यम से प्रतिभागियों में नवाचार एवं विश्लेषणात्मक सोच को प्रोत्साहित किया गया। डा. अभिनव चौधरी ने शिक्षकों को बताया कि रचनात्मक सोच शिक्षक को पारंपरिक तरीकों से हटकर नई-नई शिक्षण विधियां अपनाने में मदद करती है, जिससे छात्रों की रुचि और समझ दोनों बढ़ती है तथा रचनात्मक सोच कक्षा में विविधता और खुलेपन को बढ़ावा देती है। इससे सीखने का माहौल सकारात्मक और सहभागिता से भरपूर होता है। डा. अभिनव ने बताया कि प्रतिस्पर्धी युग में शिक्षकों को न केवल किताबी ज्ञान बल्कि तार्किक सृजनात्मक एवं विश्लेषणात्मक क्षमता भी विकसित करनी चाहिए। डा. वीनू शर्मा ने कहा कि शिक्षक अपनी सोच को विकसित कर जब उसे कक्षा में लागू करता है, तो वह छात्रों की रचनात्मक और आलोचनात्मक क्षमता को भी विकसित करता है। कार्यशाला के समापन पर विद्यालय की प्रधानाचार्या मीनाक्षी मित्तल ने विभिन्न स्कूलों से आए हुए शिक्षकों के लिए कार्यशाला को भविष्य हित में बताया।
