मंत्री से संबंध नहीं आए काम, घर तक पहुंची जीएसटी इंटेलिजेंस
मुजफ्फरनगर के एक बड़े उद्यमी के घर और फैक्ट्री पर डीजीजीआई देहरादून और मेरठ की बड़ी छापेमारी से हिले लोहा कारोबारी। दिनभर चलता रहा सर्वे। फैक्ट्री की फर्म से जुडे कई परिवार के लोग हो गए गायब।


LP Live, Muzaffarnagar: जीएसटी चोरी के मामले में मुजफ्फरनगर जिला बदनामी की और बढ़ रहा है। स्टेट जीएसटी की लगातार हो रही कार्रवाई के लिए बुधवार को शहर के बड़े उद्यमी और रोलिंग मिल स्वामी के घर तक भी गुड्स एडं सर्विस टैक्स इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की टीम पहुंच गई। फैक्ट्री से लेकर घर तक टीम के अधिकारियों ने दिनभर सर्वे किया। गिरफ्तारी के डर से फैक्ट्री फर्म से जुड़े कई लोग गायब हो गए। उधर, भाजपा के एक मंत्री से जुडे़ बड़े उद्यमी की फैक्ट्री में बड़ी छापेमारी होने के अन्य रोलिंग मिल संचालकों के होश उड़े हुए हैं।
वहलना क्षेत्र में संचालित एक रोलिंग मिल स्वामी की फैक्ट्री पर बुधवार की सुबह डीजीजीआई मेरठ की चार टीम ने पहुंचकर छापेमारी की। इस दौरान टीम ने फैक्ट्री कार्यालय में मिले दस्तावेजों को कब्जे में लिया। इसके साथ ही फैक्ट्री में कच्चे और पक्के माल की रिकोर्ड दर्ज किया। टीम ने रोलिंग मिल स्वामी के आवास सहित कुछ कर्मचारियों के घर पर पहुंचकर भी जांच की। सुबह से देर शाम तक टीम अधिकारियों ने गहनता से जांच की। जीएसटी की छापेमारी की सूचना पर अधिकतर कर्मचारी फैक्ट्री भी नहीं पहुंचे।

देहरादून से जुड़ा है मामला
विभागीय सूत्रों ने बताया, देहरादून में कुछ स्क्रैप कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी हुई थी, जहां से मुजफ्फरनगर की रोलिंग मिलों में माल सप्लाई की चैन मिली। देहरादून डीजीजीआई की टीम ने मेरठ के साथ मिलकर इस मामले में जांच की तो कुछ बिचौलियों के माध्यम से टीम रोलिंग मिल मालिकों तक पहुंची। शुरूआती जांच में सामने आया कि मामला करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का है।
जांच से दूर रहे स्थानीय अधिकारी
केंद्रीय जीएसटी के उपायुक्त राजेश मल्होत्रा ने बताया, डीजीजीआई टीम अलग से जांच करती है। मुजफ्फरनगर कार्यालय से स्टाफ नही मांगा गया है। डीजीजीआई के अधिकारी अपनी अलग टीम के साथ ही जांच कर रहे हैं। पिछले दिनों में वह इसी मामले में मुजफ्फरनगर आए थे। अभी कई अन्य जांच जिले में पेंडिंग है, जिसको भी डीजीजीआई अपने अंडर लेकर जांच कर जुर्माना लगाएगी।
