पब्लिसिटी के लिए स्कूल ने बदले सीबीएसई के नियम, मुख्यमंत्री को शिकायत
LP Live, Muzaffarnagar: अपने विद्यालय को हाइलाइट करने के लिए मुजफ्फरनगर के एक नामचीन स्कूल प्रबंधन ने सीबीएससी 10वीं के छात्र के अंकों में ही खेल कर पूरे जिले काे गुमराह कर दिया। विद्यालय में 10वीं के छात्र के मूल अंकों से तीन अंक अतिरिक्त बताकर उसे जिले का टापर घोषित कर मीडिया कवरेज लेकर वाहवाही लूट ली। यह पोल लखनऊ में मुख्यमंत्री मेधावी छात्र सम्मान समाराह के लिए सीबीएसई 10वीं कक्षा से चयनित हुए असली जिला टापर का नाम सामने आने के बाद खुली। मुजफ्फरनगर में होली एंजेल्स स्कूल के मयंक तायल का नाम असली टापर के रूप में सामने आने पर उन्हें सम्मानित किया गया। अब असली टापर मयंक तायल के अभिभावकों ने उक्त विद्यालय द्वारा भ्रम फैलाने और छात्रों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को शिकायत की है। अब इसकी शिकायत डीएम से भी की जाएगी।
वर्ष 2022-23 का सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम सामने आने के बाद जिले स्तर के टापर विद्यालयों ने घोषित किए थे, जिसमें अंकों के हिसाब से टापर निकाले गए थे। इसी क्रम में मुजफ्फरनगर के एक बड़े स्कूल ने 10वीं कक्षा से अपने विद्यालय के एक छात्र का नाम जिला टापर के रूप में जारी कर दिया। जिसमें उक्त स्कूल ने छात्र के कुल अंक 498 दिखाए थे, जिसकी मीडिया कवरेज भी ली गई। कई दिनों तक उसी विद्यालय के छात्र को सीबीएसई में जिला टापर माना गया, लेकिन 15 जून को लखनऊ में मुख्यमंत्री मेधावी सम्मान समारोह के लिए जनपद से सीबीएसई 10वीं का टापर होली एंजिल्स स्कूल के मयंक तायल को चुना गया, जिसके अंक 497 है। बीएसए कार्यालय के माध्यम से अभिभावकों को मिली सूचना के बाद उन्होंने इसकी सूचना विद्यालय को दी, जिसमें सामने आया कि उक्त स्कूल ने जिस छात्र के कुल अंक 498 दिखाकर अपनी पब्लिसिटी कराई थी, उसके मेरिट के नियम से मार्कशीट में कुल अंक 495 है। जिस कारण उसे लखनऊ सम्मान समारोह में शामिल नही किया गया। मयंक तायल के पिता अभिषेक तायल ने विद्यालय द्वारा भ्रम फैलाने, धोखाधड़ी कर विद्यार्थियों का अपमान करने की शिकायत लखनऊ में मुख्यमंत्री को की है। उन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत डीएम से भी की जाएगी।