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विरोध प्रदर्शन बेअसर, मुजफ्फरनगर में 133 परिषदीय स्कूलों का हुआ समायोजन

LP Live, Muzaffarnagar: बेसिक शिक्षा विभाग के 50 से कम छात्रों की संख्या वाले विद्यालयों का पास के विद्यालयों में समायोजन करने की प्रक्रिया पूर्ण की गई। बेसिक शिक्षा विभाग ने जनपद में 133 विद्यालयों को चिन्हित कर उनके छात्र-छात्राओं को पास वाले विद्यालयों में मर्ज कर कक्षाओं में विद्यालयों की संख्या का विस्तार किया है। हालांकि विलय के विरोध में शिक्षक संगठनों के लगातार कई दिन तक विरोध प्रदर्शन हुए, लेकिन सभी प्रदर्शन बेअसर रहे। बुधवार को सभी विद्यालयों के शिक्षकों व बच्चों को रिलीव कर दिया जाएगा, हालांकि विरोध के बीच सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने कुछ विद्यालयों को मर्ज करने पर आपत्ति जताते हुए बीएसए से वार्ता की हैं। विधायक पंकज मलिक भी स्कूलों के विलय को लेकर आपत्ति जता रहे हैं।

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अभी 30 से कम संख्या वाले स्कूलों का हुआ समायोजन: प्रदेश शासन ने 50 से कम संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों के छात्रों को पास के विद्यालयों में मर्ज करने का शासनादेश जारी किया था, जिसके बाद जनपद में भी ऐसे 215 परिषदीय विद्यालयों को चिन्हित किया गया था। इसमें 133 विद्यालयों को बीएसए संदीप कुमार ने समायोजन कर दिया है। यह विद्यालय 30 छात्र-छात्राओं के पंजीकरण वाले हैं। इन विद्यालयों के छात्र-छात्राएं  पास के मर्ज हुए विद्यालयों में पढ़ाई के लिए पहुंचेंगे। इन विद्यालयों के शिक्षक भी उनके साथ ही पास वाले विद्यालयों में पहुंचकर पढ़ाई कराएंगे।

पुरकाजी ब्लाक से मर्ज हुए सबसे अधिक विद्यालय: मुजफ्फरगर में ब्लाक के हिसाब से स्कूलों  की बात की जाएं तो मर्ज हुए विद्यालयों में सबसे ज्यादा संख्या पुरकाजी क्षेत्र की है। पुरकाजी में 24 विद्यालयों का समायोजन पास के विद्यालयों में किया गया है। इसके साथ ही सबसे कम संख्या चरथावल ब्लाक की है, जहां पांच विद्यालय मर्ज किए गए हैं। वहीं बुढ़ाना और बघरा ब्लाक में 13-13, सदर में छह, जानसठ में 21, खतौली में 19, मोरना में 13 विद्यालयों को मर्ज किया गया है। हालांकि बीएसए ने 134 विद्यालय मर्ज किए थे, लेकिन अंतिम सूची जारी करने से पहले एक विद्यालय गलत मर्ज होने पर हटा दिया गया है। स्कूलों के मर्ज करने को लेकर सांसद हरेंद्र मलिक और उनके पुत्र चरथावल विधायक पंकज मलिक ने बीएसए से बात कर स्कूलों को गलत मर्ज करने पर आपत्ति जताई थी। कुछ शिक्षक पंकज मलिक से मिले थे, जिनको शिक्षकों ने कई विद्यालयों का मर्ज करने से रूकवाने के लिए सिफारिश की थी।

बीएसए ने कहा…
शासन का आदेश था कि 50 से कम संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों की कक्षाएं पास के विद्यालयों में समायोजित की जाए। इसके तहत 134 विद्यालयों की कक्षाएं मर्ज की गई थी, लेकिन एक विद्यालय पर आपत्ति आई थी, जिस कारण 133 विद्यालयों का समायोजन पास के विद्यालयों में कर दिया गया है। आज से नए विद्यालयों में ही समायोजन हुए विद्यालयों के विद्यार्थी पढ़ाई करेंगे। शिक्षक भी नए विद्यालयों में पहुंचेंगे।
 संदीप कुमार, बीएसए

 

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