उत्तर प्रदेश

पांच जोन में बंटा मुजफ्फरनगर, अवैध निर्माण पर बढ़ी सख्ती

LP Live, Muzaffarnagar: नगर क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग और निर्माण की बढ़ती समस्याओं के समाधान को मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण (एमडीए) नई रूपरेखा बनाई है। नगर का पांच जोन में विभाजन कर अवर अभियंताओं की जवाबदेही तय की है। प्रत्येक जोन में एक अवर अभियंता की तैनाती गई है। इसके अलावा अभियंत्रण अनुभाग और नियोजन वमानचित्र विभाग में भी अवर अभियंताओं को कार्यभार सौंपा गया है।

मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकारण ने कुछ महीने पहले अवर अभियंताओं से प्रवर्तन के सभी अधिकार वापस लेकर एक एक अवर अभियंता को ही पूरे शहर की जिम्मेदारी दे दी थी। इस कारण शहर में अवैध प्लाटिंग और निर्माण कार्य बढ़ गए थे। लगातार आ रही शिकायतों के बाद एमडीए सचिव ने बैठक लेकर नगर में अवैध निर्माण कार्य पूर्ण रूप से बंद करने का निर्णय लिया। इसके चलते शहर को पांच जोन में बांटा गया।जोन-1 की जिम्मेदारी अवर अभियंता विनय गर्ग को दी गई।जोन-2 में अमरीश कुमार, जोन-3 में राजीव त्यागी, जोन-4 में अवनीश गर्ग और जोन-5 में हितेश गुप्ता को तैनात किया है। इनके जोन में अवैध निर्माण मिलने पर जवाबदेही तय होगी।

किस जोन में रहेगा कौन सा क्षेत्र

जोन-1 मेरठ रोड से मीनाक्षी चौक होते हुए जानसठ रोड व मेरठ मेरठ के बीच का क्षेत्र।

जोन-2 मीनाक्षी चौक से जानसठ रोड व मीनाक्षी चौक से शिवचौक होते हुए भोपा रोड व जानसठ रोड के बीच का क्षेत्र।

जाेन-3 शिवचौक से रुड़की रोड़ व शिवचौक से भोपा रोड तक के बीच का क्षेत्र।

जोन-4 शिवचौक से शामली रोड व शिव चौक से रुड़की रोड बीच का क्षेत्र।

जोन-5 शिवचौक से शामली रोड वशिवचौक से मेरठ रोड व शामली के बीच का क्षेत्र।

अफसर की बात:  एमडीए सचिव आदित्य प्रजापति का कहना है कि मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण क्षेत्र को पांच जोन में बांटा गया है। पांच अवर अभियंताओं की जिम्मेदारी तय की गई है। अवैध निर्माण और प्लाटिंग करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। हाल में जहां-जहां अवैध निर्माण किया गया है। उन्हें भी नोटिस भेजे जा रहे हैं।

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