‘सत्य और निष्पक्ष भाव से होनी चाहिए पत्रकारिता’
LP Live, Muzaffarnagar: श्री राम कालेज के सभागार में सोमवार को विश्व संवाद केंद्र के तत्वावधान में श्री नारद जयंती समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रदेव पत्रिका के प्रबंध संपादक सुरेंद्र सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में पत्रकारिता के छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में विकास भार्गव विभाग प्रचार प्रमुख के रूप में मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सुरेंद्र सिंह ने कहा कि नारद जी को आराध्य व संवाददाता के रूप माना जाता हैं । संवाद का अर्थ लोगों की समस्याओं का समाधान करना है, न कि विवाद उत्पन्न करना । फिल्मों के माध्यम से देवर्षि नारद जी की छवि खराब करने का प्रयास किया गया, जबकि वें सकारात्मक संवाद स्थापित करने का प्रयास करते थे । वाल्मीकि रामायण में देवऋषि नारद महर्षि बाल्मिकी को राम के चरित्र का वर्णन कर रामायण लिखने की प्रेरणा देते हैं। देव ऋषि नारद तीनों लोकों में भ्रमण करते हुए प्रत्येक अच्छे और बुरे व्यक्ति को सही मार्गदर्शन देते थे। उन्हें कमियों के बारे में स्पष्ट रूप से बता देते थे तथा उसका समाधान भी बताया करते थे। उन्होंने कहा आज भी इसी प्रकार सत्य और निष्पक्ष भाव की पत्रकारिता होनी चाहिए, तभी सभी स्थानों पर पत्रकार का स्थान और सम्मान होगा। भारत के अंदर पहला अखबार अंग्रेजों ने 1780 में कोलकाता से अंग्रेजी में निकाला था। वह अखबार अंग्रेजों की सूचनाओं व महिमामंडन का कार्य किया करता था, जिसके कारण से उसका गलत उपयोग किया गया ।1818 में बांग्ला भाषा में पहला भारतीय भाषा का अखबार निकला। 30 मई 1826 को कोलकाता से ही जुगल किशोर शुक्ल द्वारा पहला हिंदी का साप्ताहिक अखबार “उदन्त मार्तण्ड ” शुरू हुआ था। इसी दिन इस अखबार के साथ ही हिन्दी पत्रकारिता का सूर्योदय हुआ। कालेज प्राचार्या डा.प्रेरणा मित्तल ने कहा कि पत्रकारिता बेहद जिम्मेदारी पूर्ण कार्य हैं। कार्यक्रम में रवि गौतम, सह प्रांत प्रचार प्रमुख प्रीतम सिंह, जिला प्रचार प्रमुख योगेंद्र, सीताराम, उपेन्द्र, राजीव गौतम, राजीव त्यागी आदि मौजूद रहे।