अधर में लटकी वन स्टाप सेंटर मैनेजर की जांच, डीएम ने एसडीएम सहित दो अफसरों को दी थी जांच की जिम्मेदारी


LP Live, Muzaffarnagar: वन स्टाप सेंटर मैनेजर पर लगे गंभीर आरोपों के बाद कार्रवाई के लिए डीएम ने जांच बैठा दी, लेकिन जांच कमेटी एक महीने में भी अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को नहीं सौंप पाई। कमाल की बाद है कि जिन अधिकारियों को जांच कमेटी में शामिल किया था। उनमे एक जिला समाज कल्याण अधिकारी का गैर जनपद तबादला हो गया, जबकि एसडीएम मोनिलिसा जौहरी को हाल ही में बुढ़ाना एसडीएम बनाकर भेजा गया। एक महीने से पीड़ित जांच रिपोर्ट का ही इंतजार कर रहे हैं।

मई महीने में शहर के गाजावाली निवासी दीपा रानी ने जिला प्रबोशन कार्यालय पर पहुंचकर वन स्टाप सेंटर मैनेजर पूजा नरूला की शिकायत की थी, लेकिन जिला प्रोबेशन कार्यालय में महिला को प्रवेश नहीं मिलने पर पीड़िता ने अन्य लोगों ने साथ कार्यालय के बाहर ही वन स्टाप सेंटर मैनेजर से वार्ता की। इस दौरान सेंटर मैनेजर पूजा नरूला पर आरोप लगाया कि उन्होंने विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ लाख रुपये लिए हैं, लेकिन इस दौरान पूजा नरूला पीड़िता पर ही उसका मकान खरीदने की बात करने लगी। इसके बाद पीड़िता ने यह भी आरोप लगाए थे कि पूजा नरूला ब्याज पर अवैध रूप से रुपये देती है और चैक लेकर लोगों को फंसाती है। काफी हंगामे के बाद भी जिला प्रोबेशन विभाग ने कोई संज्ञान नहीं लिया, जिसके बाद पीड़िता डीएम उमेश मिश्रा ने मिली। डीएम ने तत्काल संज्ञान लेते हुए डीपीओ संजय कुमार मामले में जानकारी ली और जांच कमेटी गठित करने कार्रवाई के निर्देश दिए। दो सदस्य जांच कमेटी में एसडीएम मोनिलिसा जौरी और जिला समाज कल्याण अधिकारी को जांच सौंपी थी। एक सप्ताह के अंदर दोनों अधिकारियों को जांच रिपोर्ट देने के आदेश थे, लेकिन आलम देखिए जांच कमेटी बने एक महीने से अधिक का समय बीत गया, लेकिन जांच रिपोर्ट अभी तक डीएम के पास नहीं पहुंची है। इसी बीच जिला समाज कल्याण अधिकारी को गैर जनपद तबादला हो गया, जो बिना जांच पूर्ण किए जिला छोड़कर चले गए। उधर, पूरी जांच की जिम्मेदारी बुढ़ाना एसडीएम मोनिलिसा जौहरी पर आ गई। जांच अधिकारी मोनिलिसा जौहरी का कहना है कि वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण किया गया है। सेंटर मैनेजर से पूर्व में हुए कार्यों की समीक्षा के लिए पत्रावलियां मांगी थी, लेकिन अभी तक नहीं दी गई। उन्होंने कहा जल्द ही जांच पूरी कर रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी। डीपीओ संजय कुमार ने बताया कि शिकायत के दौरान ही डीएम ने सेंटर मैनेजर की पूर्ण जानकारी ली थी, जांच के बाद हटाने के निर्देश दिए थे। अभी तक जांच रिपोर्ट उन्हें प्राप्त नहीं हुई है। जांच कमेटी बने एक महीने से ज्यादा समय बीत चुका है।
