ओडिशा ट्रेन हादसें में जांच तेज, हिरासत में लिए कई कर्मचारी
ओडिसा के बालासोर में हुए रेल हादसे में 288 यात्रियों की गई थी जान। 1200 से ज्यादा हुए थे घायल।
स्टेशन मास्टर को थी सिग्नल खराबी की जानकारी
LP Live, Desk: ओडिशा के बालासोर जनपद में दो जून को हुए ट्रेन हादसे की जांच सीबीआई कर रही है। जांच में कई बड़े खुलासे होने लगे हैं। मीडिया रिपोटर्स से पता चल रहा है कि सिग्नल में गड़बड़ी होने से यह हादसा हुआ है, जबकि सिग्नल में गड़बडी की जानकारी पहले ही जिम्मेदार अधिकारियों को दी गई थी। अब इस मामले में सीबीआई ने स्टेशन मास्टर, एक टेक्नीशियन और अन्य कुछ कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। ज्ञात है कि इस हादसे में यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट के दो डिब्बे कोरोमंडल कोच से टकराकर पटरी से उतर गए थे। हादसे में दोनों ट्रेनों के 288 यात्रियों की मौत हो गई और 1200 से ज्यादा यात्री घायल हो गए थे।
सिग्नल में सुबह से थी गडबड़ी
सूत्रों का कहना है कि जांच के दौरान सीबीआई के हाथ एक बड़ी जानकारी लगी है। कोरोमंडल के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले सिग्नल की खराबी का पता चला था। दो जून की सुबह कर्मचारियों ने बाहानगा बाजार स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर को सिग्नल में गड़बड़ी की जानकारी दी। इसके बाद एएसएम ने टेक्नीशियन को बुलाया, लेकिन चूंकि उसके आने में देरी हो रही थी, तो उसे फोन किया गया है और ट्रेन के संचालन के लिए सिग्नलिंग सिस्टम ठीक करने को कहा। बताया जा रहा है कि करीब 11 बजे टेक्नीशियन ने सिग्नल सिस्टम को ठीक किया। हालांकि एएसएम ने यह जांच नहीं की, कि उक्त सिग्नलिंग सिस्टम ठीक से काम कर रहा है या नहीं। शाम को सिग्नल सिस्टम में फिर से खराबी आई थी, जिससे इतना बड़ा रेल हादसा होने की बात सीबीआई के पास सबूत के तौर पर हाथ आई है। इस गड़बड़ी के चलते कोरोमंडल मेन लाइन की बजाय लूप लाइन पर चली गई थी, जिस पर पहले से ही मालगाड़ी खड़ी थी और फिर हादसा हो गया।