इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को चाहिए बढ़ा हुआ वेतन, कोर्ट जाने की तैयारी
LP Live, Muzaffarnagar: बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कई वर्षों से प्रधानाचार्य की जगह इंचार्ज प्रधानअध्यापक से चल रहे कार्य को लेकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक गोकुल सिटी में हुई। इस दौरान इंचार्ज प्रधानाध्यापकों ने कम वेतन पर लिए जा रहे अधिक कम को लेकर खुद का शोषण बताया। उन्होंने प्रधानाचार्य पद का वेतनमान दिए जाने की मांग उठाई। शिक्षकों की इस समस्या को लेकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने प्रयागराज कोर्ट जाने का शिक्षकों ने आश्वासन दिया।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मुजफ्फरनगर इकाई ने रविवार को शिक्षकों की समस्याओं को लेकर आवाज उठाई। इस दौरान जिला संयोजक रविंद्र सिंह सिमली ने बताया कि प्रत्येक विकासखंड से अध्यक्ष, महामंत्री व अनेक पदाधिकारी के साथ चर्चा की गई कि अध्यापकों की समस्याओं के साथ जनपद के बेसिक विद्यालयों में काफी समय से सहायक अध्यापक के पद पर रहते हुए बहुत अध्यापक प्रभारी प्रधानाध्यापक का कार्य कर रहे है, जिसके एवज में उन्हें अलग से कोई वेतन या सुविधा लाभ भी नहीं मिलता है।अभी हाल में न्यायालय के एक आदेश में प्रभारी प्रधानाध्यापक को भी प्रधानाध्यापक का वेतन दिए जाने के लिए राज्य सरकार को आदेश दिया गया है, जिसके लिए मुजफ्फरनगर से भी कई सौ की संख्या में शिक्षक राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद मुजफ्फरनगर के नेतृत्व में न्यायालय की शरण में जाने को तैयार है। जिला अध्यक्ष अरविंद मलिक ने कहा कि जनपद में प्रोन्नत वेतनमान को लेकर बीएसए से वार्ता की जाएगी। बैठक में मंजू रानी, रविंद्र सिंह, अरविंद मलिक, लोकेश वशिष्ठ, जयगिरि, रामरतन, राजेश्वर, संजय शर्मा, क्षितिज नेगी, अजय तोमर, विक्रांत कुमार, कविंद्र कुमार, अमित तोमर, सोनू कुमार,अमित कुमार, महबूब अली, ओमदत्त गौतम, डा.संजीव कुमार, रूपक राणा, विनेश कुमार आदि शिक्षक मौजूद रहे।