होली चाइल्ड स्कूल में गुर-वंदन समाराेह, शिक्षक हुए सम्मानित
LP Live, Muzaffarnagar: होली चाइल्ड पब्लिक इंटर कालेज जडौदा के सभागार में अंतराष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर गुरू-वंदन सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर शिक्षा जगत में कार्य कर कर्णधारों को आज्ञाकारी बनाने में अपने भूमिका अदा करने वाले शिक्षकों को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। गुरुओं ने समाज को बेहतर बनाने के लिए अपने विचार रखे।
समारोह का शुभारम्भ शिवकुमार शर्मा, राजसिंह, नरेश प्रताप सिंह, योगेन्द्र मलिक सिंह, डॉ0 गिरिराज सिंह, डॉ0 आर0के0 सिंह, डॉ0 प्रेरणा मित्तल, यशपाल सिंह, डॉ0 लक्ष्मण सिह टंाक, महेशपाल सिंह, रजनीश कुमार, पंकज धीमान, इस्लामुद्दीन एवं रीटा दहिया सभी गुरूजनों और प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया के द्वारा के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मंच का संचालन करते हुए सर्वप्रथम प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया तथा विद्यालय अध्यक्ष रीटा दहिया ने बताया कि कई वर्षों से हमारे मन में अपने उन सभी गुरूओं का सम्मान करने का विचार चल रहा था जिनके संरक्षण में हमारी प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त की। आज वो सुनहरा अवसर मुझे प्राप्त हुआ जिससे हम अपने गुरूओं का सम्मान कर सके। हम आज स्वयं को बहुत ही धन्य व सौभाग्यशाली मान रहे है कि एक बार फिर हमें अपने गुरूओं का सानिध्य प्राप्त हुआ, प्रवेन्द्र दहिया ने बताया कि मैं अपना पूरा जीवन देकर भी अपने गुरूओं का ऋण कभी नहीं उतार पाऊँगा। मैं अपने भावों को बडी मुश्किल से संभाल पा रहा हूँ, जिनको व्यक्त करने के लिए आज मेरे पास कोई शब्द नहीं है मैं बार-बार अपने सभी गुरूओं का आभार और धन्यवाद करता हूँ कि आपने आज मेरे लिए अपने बहुमूल्य समय में से समय निकालकर मुझे धन्य और कृतार्थ कर दिया, मैं आप सभी गुरूओं के चरणों में प्रणाम और अपने समस्त भाव अर्पण करता हूँ आज का दिन मेरे जीवन का सर्वोत्तम दिन रहेगा, जिसको मैं हमेंशा अपने दिल में सहजकर रखूंगा।
उसके बाद सभी गुरूओं को प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया, रीटा दहिया तथा गुरू-वंदन सम्मान समारोह में व्यवस्था करने वाले साथियों कुलदीप सिवाच, अनिल शास्त्री, चन्द्रवीर सिंह, महेशपाल सिंह, रजनीश कुमार, पंकज धीमान, संदीप मलिक द्वारा समस्त गुरूजनों को पगडी व अंगवस्त्र पहनाकर सम्मान किया और अपने सभी गुरूओं के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
आदणीय रामनाथ ने अपने भावों को अभिव्यक्त करते हुए सभी को बताया कि जब हम गांवों में आ रहे थे तो रास्ते में विद्यालय का पता पूछा, तो सबने बडे सम्मान और आदर के साथ विद्यालय का पता बताया और जब हम विद्यालय आये तो ऐसा लगा, जैसे सुदामा, कृष्ण के द्वार आ गये है। मेरा आशीर्वाद सदा प्रवेन्द्र के साथ है। ऐसा शिष्य सबको मिले, नरेश प्रताप द्वारा कहा गया कि मुझे अपने शिष्य पर गर्व है। उनकी शिक्षा के प्रति इतनी लगन, उमंग और समर्पण देखकर मन बाग-बाग हो जाता है। प्रवेन्द्र मुझे अक्सर मिलता रहता है। दानी तो बहुत मिल जो है, मगर जो कह कर शिक्षा के लिए दान देने के लिए हर वक्त तैयार रहता वो मैंने प्रवेन्द्र ही देखा है, मेरा आशीर्वाद हमेशा प्रवेन्द्र के साथ है और आशा करता हूँ वो ऐसे ही सफलता की ऊँचाईयों को छूता रहे कोटि-कोटि आशीर्वाद है।
शिवकुमार जयभारत शिशु निकेतन, विश्वकर्मा इण्टर कॉलेज से राजसिंह, रामनाथ, विष्णुदत्त, विजेन्द्र सिंह, जयकुमार, श्रीकान्त, राजकुमार, कृष्णणचन्द, आत्माराम, सोहनवीर सिह, चौ0 छोटूराम इण्टरकॉलेज, मु0नगर से प्रधानाचार्य नरेश प्रताप सिंह, शेल्जा सिंह, योगेन्द्र सिंह मलिक, रविन्द्र सिंह राठी, विजेन्द्र सिंह, रतन सिंह, अमर सिंह, राजेन्द्र कुमार, राजीव रंजन, डॉ0 गिरीराज सिंह, डॉ0 ए0के0 सिंह, डॉ0 मोजपाल सिंह, डॉ0 लक्ष्मण सिंह टंक, डॉ0 आर0के0 सिंह, डॉ0 एच. सिरोही, डॉ0 संदीप कुमार, श्रीराम कॉलेज, मु0नगर से डॉ0 प्रेरणा मित्तल, किसान इण्टर कॉलेज, ककरौली, मु0नगर से यशपाल सिंह, कन्तु सिंह राठी, संसार सिंह, राजवीर सिंह, इस्लामुद्दीन।
डॉ0 गिरिराज सिंह एवं गुरू योगेन्द्र सिंह मालिक (पी0टी0आई0 छोटूराम इण्टर कॉलेज, मु0नगर) ने बताया कि जब बच्चा 09 से 12 करता है तो वो शरारत करता ही है, मगर प्रवेन्द्र कुलदीप सिवाच मेरे ऐसे शिष्य रहे जिनसे मुझे कभी शिकायत नहीं मिली। परमात्मा इन्हें हमेशा तरक्की की राह पर चलाये और ये ऐसे ही फलते-फूलते रहें। डॉ0 आर0के0 सिंह ने अपने सम्बोधन में बताया कि गुरू और शिष्य का सम्बन्ध बहुत ही प्रगाढ होता है जितना लगाव शिष्य अपने गुरूओं के प्रति रखता है, उससे कही ज्यादा लगाव गुरू अपने शिष्यों के प्रति रखता है।
सभी गुरूओं के सम्बोधन के साथ-साथ प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया ने अपने गुरूओं को शॉल उढाकर और सम्मान चिह्न देकर उनका आशीर्वाद चरण स्पर्श कर लिया। इस अवसर पर डॉ0 राजीव कुमार, मौ0 आरिफ, प्रेरक जैन, मौ0 वसीम, देवेन्द्र दहिया, रेशू वर्मा, मौ0 उस्मान आदि उपस्थित रहें।
कार्यक्रम में राधेश्याम, अजीत मलिक, सचिन कश्यप, सतकुमार, रूपेश बावरा, शुभम कुमार, जितेन्द्र कुमार और आजाद सिंह की उपयोगी सहभागिता रही। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया ने किया और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।