शुगर के मरीजों के लिए घातक है आंखों की बीमारी
LP Live, Health Desk: शुगर की बीमारी हर तीसरे से चौथे व्यक्ति को घेर रही है। खानपीन में आए बदलाव या फिर अन्य कारणों से कम उम्र में भी बच्चे शुगर की शिकार हो रहे हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक बताते हैं कि शुगर आंखों के लिए घातक है। व्यक्ति अपनी आंखों के प्रति जागरूक न रहे तो रोशनी जाने तक का खतरा मंडराने लगता है।
मुजफ्फरनगर के वरदान हास्पिटल में अपनी सेवाएं देने वाली वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. स्वाति अग्रवाल बताती हैं कि शुगर की बीमारी आंखों पर गहरा प्रभाव डालती है। अनकंट्रोल शुगर के कारण जो मोतियाबिंद 60 वर्ष के बाद होता है, वह 40 वर्ष से ही लोगों में होने लगता है। शुगर के कारण पर्दे की सूजन, खून की नाडिया फटने तक का डर रहता है, नाडिया फटने से लेजर करना पड़ा है। अधिक लेजर होने दिखना तक भी बंद होने की परेशानी मरीज के सामने आ जाती है। डा. स्वाति का कहना है कि शुगर के कारण आंखों की नसे सून तक पड़ने लगती है। इस कारण आंखों में धूल आदि कण जाने पर भी मरीज को पता नहीं चलता, जिससे आंखे जल्दी खराब होने की संभावनाएं अधिक बढ़ जाती है। सबसे पड़ी समस्या शुगर के मरीजों के जख्म नहीं भरने की है। आंखों के आपरेशन के बाद मरीज स्वस्थ होने के लिए खाना-पीना अधिक कर देते हैं, जिससे उनकी शुगर भी बढ़ जाती है। इस कारण आंखों के आपरेशन के समय हुए जख्त नहीं भरते। कई बार मवाद आ जाती है, जिससे आंखे और अधिक प्रभावित होती है। शुगर के मरीजों को इनसे सचेत रहना चाहिए। डा. अग्रवाल का कहना है कि शुगर के मरीजों को आंखों को लेकर अधिक सचेत रहने की जरूरत है।
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