
LP Live, New Delhi: नेपाल-भारत विश्व विकास मंच ने प्रधानमंत्री सुशीला कार्की को पत्र लिखकर की 500 और एक हजार के नोट बंद करने की मांग की है ।पड़ोसी देश नेपाल में कई नेताओं के घरों से भारी मात्रा में काला धन मिलने की खबर के बाद अब भारत की तरह वहां पर भी नोटबंदी की मांग उठने लगी है। नेपाल-भारत विश्व विकास मंच ने अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की को पत्र लिखकर मांग की है, काले धन की समस्या से निबटने के लिए देश में 500 और एक हजार के नोटों का प्रचलन बंद कर दिया जाए।


नेपाल-भारत विश्व विकास मंच के अध्यक्ष मधुरेंद्र चौधरी ने पत्र में लिखा है कि नेपाल में सत्ता परिवर्तन की मांग को लेकर हमारे देश के कई नागरिक शहीद हुए हैं और कई लोग घायल हुए हैं। इस बदलाव के दौरान कई नेताओं के घरों से अवैध धन बाहर आया है। इससे पता चलता है कि देश में बहुत सारा काला धन है।

चौधरी ने कहा कि देश इस समय कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है। ऐसा लगता है कि देश को इस कठिन परिस्थिति से निकालने के लिए बहुत सारे धन की आवश्यकता है। उन्होंने मांग की कि यही सही समय है कि हमारे देश में भ्रष्टाचार में जमा काला धन बाहर निकाला जाए और उसे देश के विकास में लगाया जाए।
मधुरेंद्र चौधरी ने कहा कि चुनाव से पहले काले धन को बाहर निकाला जाए, अन्यथा भ्रष्टाचारी चुनाव के दौरान धन के बल पर चुनाव को हाईजैक कर सकते हैं। इसलिए हमारी मांग है कि फाल्गुन 21 यानी 5 मार्च, 2026 को होने वाले चुनावों से पहले नेपाल-भारत विश्व विकास मंच, 500 और 1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगाकर नये 500 और 1000 रुपये के नोट जारी किए जाएं। इसके साथ ही अवैध धन और संपत्ति का पता लगाकर इसको देश के नाम पर जमा किया जाए। उन्होंने उम्मीद जताई है कि है अगर ऐसा किया गया तो नेपाली लोग देश में बदलाव का अनुभव करेंगे।











Total views : 85995