बच्चें को स्कूल में बंद कर लगा दिया ताला, इंचार्ज सस्पेंड
मुजफ्फरनगर के गुजरहेडी स्थित प्राथमिक विद्यालय का मामला
LP Live, Muzaffarnagar: प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को घर जाने की इतनी जल्दी है कि वह स्कूल की कक्षा में छह साल के बच्चें को ही बंद कर बाहर से ताला लगा गई। तीन घंटे से अधिक बच्चा अंदर ही गर्मी में रोता रहा। बच्चे के घर नहीं पहुंचने पर अभिभावकों ने तलाश शुरू की तो बच्चा रोने की आवाज पर वह स्कूल पहुंचे। सूचना शिक्षिका को दी, जिसके बाद ताला खुलवाकर बच्चे को बाहर निकला। इस मामले को लेकर गांव में रात तक हंगामा हुआ। हंगामा होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी भी हरकत में आए और जांच में जुट गए। हालांकि रात में ही बीएसए ने इंचार्ज अध्यापिका को सस्पेंड करते हुए सहायक अध्यापिका को जवाब तलब किया है। यह मामला मुजफ्फरनगर के गांव गुजरहेडी स्थित प्राथमिक विद्यालय में हुआ है।
समय से पहले ही बंद कर गए थे स्कूल
जानसठ तहसील क्षेत्र के गांव गुजरहेडी में प्राथमिक विद्यालय है। इसमें इंचार्ज प्रधानाध्यापिका सपना जैन और सहायक अध्यापिका रविता तैनात हैं। मंगलवार को स्कूल एक बजे ही बंद कर दिया गया। इस दौरान गांव का कक्षा एक में पढ़ने वाला छह वर्षीय लक्की कक्षा में ही रह गया। शिक्षिकाएं स्कूल का ताला लगाकर घर चली गईं। जब लक्की घर नहीं पहुंचा तो अभिभावक परेशान हो गए। छात्र के पिता अर्जुन ने बताया कि बच्चे की खोज शुरू हुई तो कुछ लोगों ने स्कूल के अंदर से बच्चे के रोने की आवाज सुनने की जानकारी दी। ग्रामीण एकत्रित होकर स्कूल पहुंचे तो बच्चा रोता हुआ मिला। इस पर अभिभावकों और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। सूचना प्रधानाध्यापिका को दी गई। करीब साढ़े तीन बजे बाहरी व्यक्ति स्कूल की चाबी लेकर पहुंचा और छात्र को बाहर निकाला। अभिभावकों का कहना है कि चाबी लेकर आने वाला व्यक्ति शिक्षिका का पति है। उन्होंने व्यक्ति पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी। देर शाम बीएसए को जानकारी मिली, जिसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी मामले की जांच के लिए गांव पहुंचे।
बीएसए ने देर रात बीइओ को जांच के लिए भेजा
बीएसए संदीप कुमार ने बताया कि गुजरहेडी के स्कूल में छात्र के बंद होने की जानकारी मिली थी। मामले की जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को भेजा गया था। जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
इन बिंदुओं पर हुई कार्रवाई
बीएसए संदीप कुमार ने इंचार्ज प्रधानाध्यापिका को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। उन्हें विद्यालय बंद करते हुए लापरवाही बरतना, घटित गंभीर प्रकरण की अधिकारियों को जानकारी नहीं देना। घटना सार्वजनिक होने पर भी विद्यालय नहीं पहुंचना, विभाग की छवि धूमिल कराना बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए सस्पेंड किया गया है।