डीएम के सामने जिला अस्पताल में खुला रिश्वत का खेल
फार्मासिस्ट और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर 10 हजार रुपये मांगने का आरोप


LP Live, Muzaffarnagar: डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी शनिवार को जिला अस्पताल में संचारी रोग की समीक्षा और ब्लड बैंक का निरीक्षण करने पहुंचे थे, लेकिन वहां इमरजेंसी में दुर्घटना पीड़ित के इलाज के लिए मांगी गई रिश्वत को लेकर हंगामा हो गया। गांव लछेड़ा के ग्रामीणों ने इमरजेंसी में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और एक फार्मासिस्ट पर 10 हजार रुपये मांगने का आरोप लगाया। डीएम ने सीएमएस राकेश सिंह और पुलिस को अलग-अलग जांच कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
शनिवार की दोपहर लछेड़ा निवासी युवक विक्की सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। परिजन उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। आरोप है कि इमरजेंसी में तैनात एक फार्मासिस्ट और संविदा पर तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दीपक ने इलाज करने के लिए स्वजन से 10 हजार रुपये मांगे। पीड़ित के साथ पहुंचे आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष कुलदीप चौधरी ने इसकी शिकायत निरीक्षण को पहुंचे डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी से की। डीएम ने मौके पर ही सीएमएस डा. राकेश सिंह और चौकी प्रभारी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान कुछ लोगों ने यह भी बताया कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की तैनाती एनआरसी में हैं, लेकिन वह कई महीनों से इमरजेंसी वार्ड में रहता है। सीएमएस डा. राकेश सिंह का कहना है कि है कि आरोपी कर्मचारी की जांच की जाएगी, जिसके बाद कार्रवाई होगी। यह भी पूछा जाएगा कि वह किसके आदेश पर इमरजेंसी में ड्यूटी दे रहा था।
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डीएम ने डेंगू वार्ड और ब्लड़ बैंक का किया निरीक्षण
डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने शनिवार को संचारी रोगों को लेकर जिला अस्पताल में संचारी रोगों को लेकर बैठक ली। इसके बाद उन्होंने डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भर्ती मरीजों से वार्ता कर पेरशानी जानने का प्रयास किया। वार्ड में सफाई व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने ब्लड बैंक में ब्लड यूनिट और प्लेटलेट्स की स्थिति की जानकारी ली। निर्देश दिए कि मरीजों को ब्लड और प्लेटलेट्स की कमी नहीं होने दें। इस दौरान सीएमओ, जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह आदि मौजूद रहे।
