हर उम्र में पनप रही मिर्गी की बीमारी, लाइलाज नहीं यह बीमारी
बच्चों में दिमाग में कीड़े फैलने से होता है खतरा, बड़ों में कई कारण


LP Live, Health Desk: मिर्गी के दौरे पड़ने की समस्या एक बड़ी बीमारी है। यह बीमारी बच्चों से लेकर 60 वर्ष तक के बड़ों में भी हो सकती है। चिकित्सकों के अनुसार इस बीमारी के बढ़ने के पीछे अलग-अलग उम्र में अलग-अलग ही कारण है। मिर्गी की बीमारी दिमाग में इलेक्ट्रिकल प्रकार की तरंगे फैलने से होता है, जिस कारण दौरे पड़ने पर मनुष्य का पेशाब निकलना, बेहोश होना और चीभ कटने की परेशानी रहती है।

बच्चों और बड़ों में मिर्गी के दौरे पड़ने के कारण
मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल के मनोचिकित्सक डा. अपर्ण जैन बताते है कि मिर्गी की बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। यह बीमारी लाइलाज नहीं है, लेकिन इससे बचने के लिए मरीज को कम से कम तीन वर्ष से इससे अधिक उम्र तक दवाइयां खानी पड़ती है। विशेषज्ञ चिकित्सक के संपर्क में रहना पड़ता है। वहीं बच्चों में मिर्गी का मुख्य कारण आनुवंशिक या फिर मां के गर्भ में या प्रसव के दौरान किसी वजह से मस्तिष्क में खून या आक्सीजन की आपूर्ति न होना बनता है। दिमाग में कीड़े चढ़ने से भी बच्चों में मिर्गी की बीमारी होती है। बुजुर्गों में हाइपरटेंशन और डायबिटीज, टीबी, आक्सिजन, शुगर आदि के कारण मिर्गी की बीमारी बढ़ती है। इससे बचाव के लिए सावधान रहने की जरूरत है।
