
LP Live, Muzaffarnagar: आयुष्मान का योजना पैनल लेकर निजी अस्पताल मरीजों को जबरन भर्ती कर बिल तैयार कर रहे हैं।अनुचित लाभ कमाने के लिए ऐसे अस्पताल मरीजों के स्वास्थ्य से भी खेल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को डीएम उमेश मिश्रा के पास पहुंचा, जिसमें कैंसर पीड़ित मरीज को बुखार की शिकायत पर शाहपुर के एम.जे इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल साइसेंट एडं हास्पिटल ने जबरन नसों की समस्या बताकर भर्ती कर लिया। डीएम ने सीएमओ को उक्त हास्पिटल की जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
बुढ़ाना के गांव बवाना निवासी ओमपाल सिंह का मेरठ के केएमसी हॉस्पिटल में कैंसर का इलाज चल रहा है। गत मंगलवार को एमजे हास्पिटल में लगे मेडिकल कैंप से वहां के चिकित्सकों ने उन्हें बुखार के बजाए नसों का दर्द बताकर आयुष्मान कार्ड दिखाने को कहा, जिसके बाद उन्हें वहां इलाज के लिए भर्ती कर लिया। ओमपाल सिंह के साथ अखिल भारतीय पाल महासभा के दर्जनों लोग गुरुवार को इस फर्जीवाडे की शिकायत लेकर डीएम उमेश कुमार से मिले। समस्या सुनने के बाद डीएम ने सीएमओ डा. सुनील कुमार तेवतिया को मामले की जांच कर उक्त अस्पताल का आयुष्मान कार्ड पैनल खत्म करने के आदेश दिए। पीड़ितों ने सीएमओ डा. सुनील कुमार तेवतिया को बताया कि जिस अस्पताल में उन्हें भर्ती किया गया, वहां नशों के चिकित्सक भी नही है। सीएमओ ने बताया कि एम.जे इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल साइसेंट एडं हास्पिटल में आयुष्मान योजना से हुए इलाज के मरीजों की जांच की जा रही है। उन्होंने निष्पक्ष जांच के लिए तुरंत एक विशेष पैनल गठित करने का आश्वासन दिया। डीएम से मिलने वालों में मनोज पाल, बिट्टू सिखेड़ा, रमेश चंद्र पाल, रविंद्र पाल, अंकित चंदेल आदि मौजूद रहे।
मुजफ्फरनगर में चल रहा है मेडिकल कैंप का खेल
मुजफ्फरनगर में निशुल्क स्वास्थ्य कैंप के नाम पर मरीजों की लूट का खुला खेल चल रहा है। अधिकतर मैडिकल कैंप लगाने वाले निजी अस्पताल निशुल्क जांच के हवाला देकर मरीजों को एकत्रित करते है, इसके बाद आयुष्मान योजना के नाम पर मरीजो को अनावश्यक रूप से भर्ती कर बिल बनाते है। इसके के अलावा जनपद की कई उद्योगिक इकाइयां सीएमओ कार्यालय को बिना सूचना दिए ही आंखों सहित अन्य मर्ज के कैंप लगा रहे हैं, जिनके कैंप में पहुंचने वाले मरीजों की जानकारी सीएमओ कार्यालय में उपलब्ध नही है।
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