जहरीला धुआं उगल रही लोनी में अवैध फैक्ट्रियां, चरम पर पहुंचा प्रदूषण
गाजियाबाद जिले में लोनी का क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित, 300 से अधिक पहुंच गया एक्यूआई। लोनी क्षेत्र के कृष्णा नगर, अमित विहार, सेवाधाम सहित निचले क्षेत्र की आबादी में चल रही अवैध भट्टियां। अफसर नहीं लगा पा रहे लगाम, आम जनता को पहुंच रहा स्वास्थ्य नुकसान।
LP Live, Ghaziabad ( Loni): गाजियाबाद की आबोहवा तेजी से जहरीली होती जा रही है। गाजियाबाद में पिछले कई दिनों से लोनी का क्षेत्र अधिक प्रदूषित चल रहा है। 300 से अधिक पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में है। इसका असर लोनी में रह रहे आम लोगों को बीमारी के रूप में झेलना पड़ रहा है। प्रदूषण बढने का बड़ा कारण आबादी के बीच में अवैध रूप से चल रही फैक्ट्रियां और लोहे, पीतल आदि की भट्टियां है।
कुछ वर्ष पहले लोनी में प्रदूषण फैलाने वाली कई अवैध फैक्टरियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की थी, लेकिन इसका असर प्रदूषण मीटर पर नहीं पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण कि, जिन अवैध फैक्ट्रियों और भट्टियों को प्रदूषण बोर्ड की टीम के साथ प्रशासिक अधिकारियों ने नष्ट किया था, वें फिर से वहीं फलफूल रही है। कुछ नीचले स्तर के अधिकारियों को इसका पता हैं, लेकिन उच्च अधिकारियों के आदेश के बिना वह अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। पिछले दिनों कुछ पर सिलिंग की गई, जो कुछ दिन बाद ही फिर से संचालित होने लगी। क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने इन पर जुर्माना भी नही लगाया। जिस कारण गाजियाबाद को प्रदूषण नगरी का दंश लग रहा है।
इन स्थानों पर चलती है अवैध फैक्ट्रियां
गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में सबसे अधिक अवैध फैक्टरियां चल रही हैं, जो लोनी के कृष्णा विहार, अमित विहार, सेवाधाम में स्थित हैं। इन फैक्टरियों से मैटेरियल जलाया जाता है, जिसके लिए बड़ी भट्टियां बनी है। अधिकारियों ने यहां कई बार कार्रवाई की है, लेकिन कार्रवाई के बाद संचालक फिर से सांठगांठ कर फैक्टरियां चला रहे हैं। बेहटा हाजीपुर में तो लोगों ने घरों में अवैध कारखाने लगा रखे हैं। अवैध पीतल और लोहा गलाने की भट्टियां सेवाधाम मे दिल्ली बोर्डर तक संचालित है।
स्थानीय लोग हो रहे परेशान
लोनी के कृष्णानगर, सेवाधाम, टिल्ला, भैटा, भारत सिटी आदि आसपास के आम लोगों का कहना है कि आवासीय क्षेत्रों में लोहे और पीतल की फैक्ट्रियां चल रही है। कुछ आवसीय भवनों मे डाइंग कारखाने में है। धातु गलाने के लिए भट्टी लगी हुई है, जिससे निकलने वाला धुआं बीमारी फैला रहा है। इस कारण स्थानीय लोगों को गंभीर बीमारी तक होने लगी है। शिकायत के बाद भी काेई कार्रवाई नहीं होती है। पुलिसकर्मी भी इन फैक्ट्रियों में आते जाते है।