मुख्यमंत्री गहलोत ने गडकरी के समक्ष रखे कई सड़क परियोजनाओं के प्रस्ताव
LP Live, Jaipur: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राजस्थान के प्रतापगढ़ में 5600 करोड़ रुपये की लागत वाली 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
राजस्थान के प्रतापगढ़ में आयोजित कार्यकम में पहुंचे केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 219 किलोमीटर लंबाई और 3,775 करोड़ रुपये की लागत वाली चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से की। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने इस मौके पर कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर किशनगढ़ से गुलाबपुरा खंड तक इस 6-लेन की परियोजना से अजमेर और भीलवाड़ा जिलों के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी। गुलाबपुरा से चित्तौड़गढ़ खंड को 6-लेन का बनाने से भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिलों के उदयपुर, जयपुर और कोटा क्षेत्र का परस्पर संपर्क मजबूत होगा। फतहनगर में राष्ट्रीय राजमार्ग 162ए पर 4-लेन आरओबी के निर्माण से रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी।सीआरआईएफ के तहत मंडरायल में आज चम्बल नदी पर ऊंचाई वाले पुल (या हाई लेवल ब्रिज) के निर्माण का शुभारम्भ किया गया। इस पुल के निर्माण से राजस्थान के मंडरायल, करौली और मध्य प्रदेश के सबलगढ़ के बीच कनेक्टिविटी बनी रहेगी।
इन योजनाओं की रखी नींव
गडकरी ने मंगलवार को 1850 करोड़ रुपये लागत वाली और कुल 221 किमी लंबी 7 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। ये परियोजनाएं प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नाथद्वारा से उदयपुर हवाई अड्डे तक सीधा संपर्क उपलब्ध कराएंगी। प्रतापगढ़ बाइपास के निर्माण से शहर के अंदर यातायात का बोझ कम होगा। रास से ब्यावर तक सड़क बनने से भीलवाड़ा की ओर जाने वाले वाहनों को सुविधा होगी। डूंगरपुर, उदयपुर और बांसवाड़ा क्षेत्र के जनजातीय इलाकों को बेहतर संपर्क उपलब्ध होगा। सांगवाड़ा और गढ़ी में बाइपास बनने से डूंगरपुर-बांसवाड़ा की दूरी 10 किमी कम हो जाएगी। ब्यावर-गोमती मार्ग पर टॉडगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए 13 एनिमल अंडरपास बनाए जाएंगे। इस कार्यक्रम के दौरान राजस्थान में सीआरएफ के तहत 2250 करोड़ की लागत से 74 परियोजनाओं को मंजूरी की घोषणा भी की गई। इन परियोजनाओं पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। समारोह में मुख्यमंत्री निवास पर मुख्य सचिव उषा शर्मा और सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया उपस्थित रहे।
राज्य को मिली आर्थिक व औद्योगिक विकास गति: मुख्यमंत्री गहलोत
इस समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में बेहतर सड़क कनेक्टिविटी से आर्थिक और औद्योगिक विकास को गति मिली है। अब राजस्थान मजबूत सड़क तंत्र के साथ देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में नई सड़कों के निर्माण के साथ-साथ सुदृढ़ीकरण के कार्य हो रहे हैं। राज्य में 1.32 लाख किलोमीटर सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें 61 हजार कि.मी सड़कों का निर्माण हो चुका है तथा 71 हजार कि.मी पर निर्माण प्रगतिरत है। वहीं, 250 की आबादी वाले गांवों में भी सड़क पहुंचा रहे हैं।
पचास सड़को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह
मुख्यमंत्री ने अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से राजस्थान की 50 सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने के संदर्भ में गजट नोटिफिकेशन शीघ्र जारी करने का आग्रह किया। राष्ट्रीय राजमार्ग बनने से क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि जोधपुर एलिवेटेड रोड की 2000 करोड़ रुपए की तैयार डीपीआर पर निर्माण कार्य जल्द शुरू कराया जाए। वहीं रिंग रोड के शेष कार्यों को भी शीघ्र पूर्ण कराने का आग्रह किया। गहलोत ने कहा कि पचपदरा में 9 मिलियन टन की रिफाइनरी से जोधपुर-पचपदरा के बीच यातायात बढ़ेगा। इसलिए जोधपुर एवं पचपदरा रिफाइनरी को अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाए। इससे वाहनों के आवागमन में आसानी होगी।