यूपी निकाय चुनाव में भाजपा का बढ़ा वर्चस्व
तीन निगम के महापौर, 28 नगर पालिका अध्यक्ष, 91 पंचायत अध्यक्ष व 217 पार्षद व 430 ज्यादा निर्वाचित
2017 में भाजपा के 14 निगम महापौर, 60 पालिका अध्यक्ष, 100 पंचायत अध्यक्ष और 596 पार्षद जीते थे
LP Live, Lucknow: यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव हों, लोकसभा चुनाव हों या उपचुनाव, हर जगह भाजपा का पलड़ा भारी रहा है। इसी प्रकार नगर निकाय चुनाव 2023 में भी 2017 के मुकाबले 2023 में नगर निगम, नगर पंचायत व नगर पालिका में ज्यादा कमल खिला है। मसलन भाजपा को नगर निगम महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष, पंचायत अध्यक्ष व पार्षद अधिक मिले हैं।
17 महापौर व 813 पार्षदों ने खिलाया कमल
यूपी के नगर निगम में महापौर की सभी 17 सीटों पर कमल खिला, जबकि 2017 में 16 में से 14 पर ही भाजपा को जीत मिली थी। नगर निगम में पार्षदों की संख्या पर नजर डालें तो इस बार भारतीय जनता पार्टी के 1420 में से 813 जनप्रतिनिधि कमल खिलाने में सफल रहे। पिछली बार यह आंकड़ा 596 का था।
नगर पालिका के 88 अध्यक्ष और 1353 सदस्य निर्वाचित
नगर पालिका में भी योगी का जादू खूब चला। जनता ने कई जगहों पर कमल के वोट प्रतिशत में भी खूब इजाफा किया। नगर पालिका परिषद के 60 अध्यक्ष पद पर 2017 में भाजपा को जीत मिली थी। 199 सीटों में से यह आंकड़ा इस बार बढ़कर 88 पहुंच गया। वहीं पालिका परिषद सदस्यों में पिछली बार भाजपा को 923 सीट मिली थी। 2023 में यह संख्या बढ़कर 1353 हो गई।
नगर पंचायतों के अध्यक्षों की संख्या भी बढ़ी
नगर पंचायतों में भी भाजपा ने परचम लहराया। 544में से 191 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद पर भाजपा के प्रतिनिधि काबिज हुए। 2017 में यह आंकड़ा सिर्फ 100 का था। यानी योगी के विकास की बदौलत न सिर्फ 91 और सीटें भाजपा की झोली में आईं, बल्कि वोट प्रतिशत में इजाफा भी खूब हुआ। भाजपा के नगर पंचायत सदस्यों की संख्या भी 664 से बढ़कर 1403 हो गई।
सपा व बसपा की सीटें घटी
नगर निगम, पंचायत व पालिका में सपा व बसपा का 2017 की अपेक्षा इस चुनाव में इन दोनों प्रमुख विपक्षी दलों का प्रदर्शन कमजोर रहा। नगर निगम में सपा महापौर की रेस में शून्य पर ही रही। जबकि पार्षद 202 से घटकर 191 पर आ गए। नगर पालिका परिषद अध्यक्षों की संख्या भी 45 से घटकर 35 हो गई। 2017 में सपा सदस्यों की संख्या 477 थी, वह 2023 में 423 हो गई। 2017 में नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर सपा को 83 सीटों पर जीत मिली थी। 2023 में 78 पर सपा सिमट गई। बहुजन समाज पार्टी के दो महापौर 2017 में चुने गए थे। इस बार उनका खाता भी नहीं खुला। पार्षद 147 से घटकर 85 हो गए।नगर पालिका परिषद अध्यक्ष बसपा के 29 से 16 हो गए। पालिका परिषद सदस्यों की संख्या 262 से 191 हो गई। नगर पंचायत अध्यक्ष भी 45 से घटकर 37 और सदस्य 218 से घटकर 215 हो गए।