देश में बाघों की संख्या बढ़कर 3167 पहुंची
पीएम मोदी ने की ‘इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस’ की शुरुआत


अमृतकाल में भारत में में 75 फीसदी बाघ, बाघो का संरक्षण पर बल
LP Live, Mysuru: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरे होने पर कहा कि भारत में ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ की सफलता देश के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए गर्व की बात है। देश में पिछले चार सालों में बाघों की संख्या बढ़कर 3,167 तक पहुंच गई। यह देश की केवल बाघों को बचाने के साथ उन्हें फलने-फूलने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र भी प्रदान करने का नतीजा है।
मैसूर के बांदीपुर में ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ का दौरा करने के साथ आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री ने ‘इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस’ (आईबीसीए) की शुरुआत भी की। वहीं उन्होंने ‘अमृत काल का टाइगर विजन’ नाम की एक पुस्तिका का विमोचन भी किया, जिसमें अगले 25 वर्षों में देश में बाघों के संरक्षण के लिए दृष्टिकोण पेश किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर इस दौरान करीब 75 फीसदी बाघ भारत में हैं। 10 से 12 साल की अवधि में बाघों की आबादी में 75 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ‘वन्यजीव प्रेमियों को आश्चर्य होता है कि जब अन्य जगहों पर बाघों की संख्या स्थिर रही या घट गई तो भारत में इनकी संख्या तेजी से कैसे बढ़ रही है। यह प्रकृति के प्रति भारतीयों की श्रद्धा के कारण है। मोदी ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां प्रकृति की रक्षा करना संस्कृति का एक हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने समझाया कि यही कारण है कि वन्यजीव संरक्षण में अनूठी उपलब्धि संभव है। दुनिया में केवल 2.4 प्रतिशत भूमि क्षेत्र ज्ञात वैश्विक विविधता का 8 प्रतिशत योगदान देता है।

चार सालों में 200 बाघ बढ़े
पीएम मोदी ने एक आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि देश में बाघों की संख्या पिछले चार वर्षों में 200 बढ़कर 2022 में 3,167 तक पहुंच गई। इन आंकड़ों के मुताबिक देश में 2006 में बाघों की संख्या 1411, 2010 में 1706, 2014 में 2,226, 2018 में 2,967 और 2022 में 3,167 थी। मोदी ने कहा कि चीते दशकों पहले भारत में विलुप्त हो गए थे। हम इस चीते को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से भारत लेकर आए। भारत ने बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक अप्रैल 1973 को ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ की शुरुआत की। शुरू में इसमें 18,278 वर्ग किलोमीटर में फैले नौ बाघ अभयारण्य शामिल थे। वर्तमान में इसके तहत 75,000 वर्ग किलोमीटर (देश के भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 2.4 प्रतिशत) से अधिक में फैले 53 बाघ अभयारण्य शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने रविवार सुबह का समय सुंदर बांदीपुर बाघ अभयारण्य में बिताया, जहां उन्होंने जीप सफारी की और वन्य जीवन, प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता की झलक देखी।
हाथियों के साथ बिताया समय
पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा टाइगर रेंज देश है। लगभग 30,000 हाथियों के साथ हम दुनिया में सबसे बड़े एशियाई हाथी देश हैं। 3,000 की हमारी गैंडों की आबादी हमें दुनिया के सबसे बड़े एक सींग वाले गैंडों का घर बनाती है। हम एशियाई शेरों वाले एकमात्र देश हैं। वे 2015 में 525 और 2020 में 675 थे। चार साल में तेंदुओं की संख्या में 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
