पुस्तक मेले में किताबों का विमोचन
शास्त्रों में सरस्वती नदी मोक्षदायिनी मानी गई: इंद्रेश कुमार
किताब वाले प्रकाशन समूह के स्टाल पर इतिहासिक किताबों की धूम
LP Live, New Delhi: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता और प्रबुद्ध विचारक डॉ इंद्रेश कुमार ने कहा कि शास्त्रों में सरस्वती नदी मोक्षदायिनी मानी गयी है। सरस्वती के तट पर पिहोवा में पिण्ड दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
यह बात डॉ इंद्रेश कुमार ने यहां आयोजित पुस्तक मेला में किताब वाले प्रकाशन समूह के स्टाल पर डा. अमित राय जैन लिखित पुस्तक ‘सरस्वती:दी माईस्टिकिल रिवर ऑफ इंडिया’ का विमोचन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि नदियां राष्ट्र जीवन और मानव जीवन के अनेक रहस्यों को समेटे हुए हैं। कहा जाता है कि भगवान राम ने भी पिहोवा में अपने पिता का पिण्ड दान किया था। चार पीढ़ी के लोगों को पिहोवा में सरस्वती नदी के किनारे पिण्ड दान करते तो मैंने देखा है। इस अवसर पर अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक और प्रख्यात जैन मुनि डा. लोकेश मुनि और किताब वाले प्रकाशन समूह के प्रबंध निदेशक प्रशान्त जैन समेत कई गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।
इतिहास सबसे बड़ा शिक्षक: राजेन्द्र अग्रवालपुस्तक मेले में मेरठ से लोकसभा सदस्य राजेन्द्र अग्रवाल ने पुस्तक मेला में डा. के.डी. शर्मा द्वारा लिखित किता
ब ‘गदर से गणतंत्र’ के विमोचन समारोह कहा कि इतिहास
सबसे बड़ा शिक्षक होता है। जिसने इतिहास की अवहेलना की वह भुला
दिया गया। अपना देश विश्व गुरु रहा है। भारत का इतिहास गौरवशाली रहा है। दुखद यह कि मुट्ठी भर इतिहासकारों ने इसकी गलत
व्या
ख्या की। अब हमारी सरकार इसे सुधारने में लगी है। इस पुस्तक ‘गदर से गणतंत्र’ में आजादी की लड़ाई में मेरठ के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को दर्शाया गया है। उन्होंने पुस्तक के लेखक डॉ के डी शर्मा और इतिहासकार डॉ अमित राय जैन और प्रकाशन समूह के प्रबंध निदेशक प्रशान्त जैन को बधाई दी। इस अवसर पर तेलंगाना की राज्यपाल तिमिलिसाई सुन्दर राजन, पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री तथा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, लेखक राकेश मंजुल समेत कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।