
LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर के बेसिक शिक्षा विभाग के नगर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों की हालत चिंताजनक है। कुल 24 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मात्र 28 स्थायी शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि छात्र संख्या लगभग तीन हजार से अधिक है। शिक्षकों की भारी कमी से शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है। शिक्षा विभाग ने हालात को संभालने के लिए 26 शिक्षा मित्र जरूर तैनात किए हैं, लेकिन यह व्यवस्था ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों को बेहतर बनाया जा रहा है, लेकिन पिछले कई वर्षों से नगर क्षेत्र में चली आ रही शिक्षकों की बड़ी कमी को पूरा करने में शासन स्तर पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिला स्तर पर बेसिक शिक्षा अधिकारी से समन्वय कर विद्यालयों के प्रधानाध्यापक स्कूलों की व्यवस्था संभाले हुए हैं। कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी के चलते शिक्षकों ने अपने निजी खर्च से ट्यूटर तक रखे हुए हैं। स्थिति यह है कि कई स्कूलों में एक ही शिक्षक को पूरी की पूरी कक्षा या स्कूल चलाना पड़ रहा है। शिक्षकों की कमी के कारण न केवल पढ़ाई प्रभावित हो रही है, बल्कि स्कूलों में नए नामांकन भी तेजी से घटने के चिंताए अफसरों के सामने हैं। हालांकि स्थाई शिक्षकों को शिक्षामित्रों को थोड़ा बहुत सहारा मिला हुआ है, लेकिन 24 स्कूलों में शिक्षामित्रों की संख्या भी केवल 26 है। ऐसे में बच्चों को पढ़ाने से लेकर सरकारी कार्यक्रमों को पूरा करने में शिक्षकों के भी पसीने छूटे हुए हैं।
बीईओ अमरवीर सिंह बोले…
नगर क्षेत्र में शिक्षकों की संख्या कई वर्षों से कम है। स्थाई शिक्षक केवल 28 है। शिक्षा मित्रों के माध्यम से कक्षाएं संचालित की जा रही है। नामांकन बढ़ाने पर भी स्टाफ को निर्देश है। शासन से ही शिक्षकों की तैनाती होने से राहत मिल पाएगी।
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