
LP Live, Muzaffarnagar: जिला महिला अस्पताल में सीएमएस से लेकर अस्पताल की चिकित्सकों और आशाओं के बीच विवाद गर्माता जा रहा है। आशा कर्मचारी संघ के सोमवार को सीएमओ कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला अस्पताल की चिकित्सकों पर गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पताल में रैफर करने के आरोप आशाओं ने लगाए। चिकित्सकों पर आशाओं के माध्यम से निजी अस्पताल में मरीज भेजने के नाम पर वसूली कराने के भी आरोप लगाए हैं।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से जुड़े आशा कर्मचारी संघ की जिला अध्यक्ष निर्मला चौधरी, अंजू त्यागी के तत्वावधान में सोमवार को बड़ी संख्या में आशा कार्यकत्री सीएमओ कार्यालय पर एकत्रित हुई। इस दौरान उन्होंने जिला अस्पताल के एक वायरल वीडियो में पैसे लेने का मामला उठाया। इसका हवाला देते हुए कहा कि महिला अस्पताल की सीएमएस आशाओं के साथ व्यवहार बेहतर नहीं रखती है। उन्हें अपमानित किया जाता है, जबकि वह योजना के तहत प्रसव करने के लिए महिला चिकित्सालय में जाती है। आशाओं को आरोप है कि उनके खिलाफ एक किसान संगठने भी अस्पताल में धरने का आह्वान किया है, यदि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें धरने पर बैठने दिया तो वह सीएमओ कार्यालय पर बड़ा धरना देंगी। अस्पताल की चिकितसकों को घेरते हुए आरोप लगाया कि जिला महिला अस्पताल में तैनात चिकित्सक गभर्वती महिलाओं को जानबूझकर रैफर करती है और हमारे द्वारा मरीज को यदि प्राइवेट अस्पताल में लेकर जाया जाता है तो निजी अस्पताल से वसूली के लिए उकसाती है। चिकित्सक इसमें आशाओं को ढाल बनाकर उन्हें ही बदनाम करती है। इन समस्याओं को लेकर आशाओं ने सीएमओ डा. सुनील कुमार तेवतिया को ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने वालों में योगेश कुमार, निर्मला, ललिता, ममतेश आदि मौजूद रही।
Post Views: 848













Total views : 86807