LP Live, Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा छह और सात सितंबर को होने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) की तैयारियों को लेकर डीएम ने बुधवार को बैठक ली। इस दौरान डीएम ने तीन सैक्टर मजिस्ट्रेट को हटाकर उनके स्थान पूर्व में हुई एआरओ परीक्षा में लगाए गए सैक्टर मजिस्ट्रेट की ही ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं। इसी दौरान जैन कन्या पाठशाला नई मंडी केंद्र की छत टपकने की समस्या पर डीएम भड़क गए। उन्होंने एक ही दिन में छत को दुरूस्त कराने के लिए प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं। अभ्यर्थियों की कापी भिगने की समस्या पर कार्रवाई के निर्देश भी दे दिए।
मुजफ्फरनगर में छह और सात सिंतबर को जिले में 22 केंद्रों पर टीईटी परीक्षा होनी है। दो दिन चार पालियो में इस परीक्षा को कराया जाएगा। प्रथम पाली सुबह 10 बजे से 12 बजे तक होगी, जिसमें 10080 परीक्षार्थी तथा द्वितीय पाली दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक होगी, जिसमें 10080 परीक्षार्थी देंगे। दोनों दिन चार पालियों मे कुल 40320 परीक्षार्थी जनपद में परीक्षा देंगे। इस परीक्षा के लिए 22 केंद्र व्यवस्थापक, सैक्टर मजिस्ट्रेट और स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात है। बुधवार को परीक्षा की तैयारियों को लेकर डीएम उमेश कुमार ने सभी की बैठक ली। इस दौरान व्यवस्थाओं के बारे में वार्ता की। डीएम ने इस बैठक में तीन सैक्टर मजिस्ट्रेट को मुख्य ड्यूटी से हटाकर रिजर्व में रखने के निर्देश दिए। कहा कि पूर्व में आरओ व एआरओ परीक्षा में तैनात रहे सैक्ट्रर मजिस्ट्रेट को ही लगाया जाए। इसमें संशोधन के निर्देश दिए। इस दौरान डीएम सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के स्टाफ पर भड़क गए। जैन कन्या पाठशाला में जर्जर छत टपकने की समस्या पर नाराजगी जताई। प्रधानाचार्यो को दो दिन में ही छत की मरम्मत कराने के निर्देश दिए। कहा कि यदि किसी भी बच्चें की कॉपी भिगी तो सभी पर कार्रवाई होगी। इस दौरान उन्होंने प्रश्न-पत्रों की परिवहन व्यवस्था में लगी एजेंसी की नोडल अधिकारी एवं एसडी पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर चंचल सक्सैना से व्यवस्थाओं को ब्यौरा लिया। चंचल सक्सैना को निर्देश दिए कि सभी कर्मचारियों की पुलिस जांच कराई जाएं। प्रश्न-पत्रों लीक होने पर कार्रवाई होगी। इसके बाद एडीएम वित्त एवं प्रशासन गजेंद्र कुमार ने केंद्र व्यवस्था को परीक्षा के नियम समझाए। इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट पंकज कुमार राठौर, सभी एसडीएम तहसीलदार , सैक्टर मजिस्ट्रेट स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक, कार्यदायी संस्था के कर्मचारी आदि मौजूद रहे।