
LP Live, Muzaffarnagar: कैंसर के पहले चरण में यदि मरीज सावधान हो जाए तो वह अपनी हिम्मत से कैंसर जैसी बीमारी को भी मात दे सकता है। मंसूरपुर के गांव खान्नूपुर निवासी 40 वर्षीय महिला सुशील देवी ने अपने हिम्मत से ओवेरियन कैंसर (पेट के अंदर बनी गांठ का कैंसर) को मात दी है। कैंसर से मात देने के बाद महिला ने सभी को जागरूक रहकर पहले ही चरण में कैंसर के इलाज की सलाह दी।


वैशाली मैक्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल की सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (गायनेकोलॉजी) विशेषज्ञ डा. स्वस्ति गुरुवार को मुजफ्फरनगर में कैंसर से जूझ रहे मरीजों को जागरूक करने के लिए कार्यशाला में पहुंची। इस दौरान उन्होंने सभी को पेट में कैंसर होने के लक्षण सहित अन्य जानकारी दी। महिलाओं को बताया कि वह 35 वर्ष की उम्र के बाद प्रति वर्ष एक अल्ट्रासाउंड जरूर कराएं। पेट में भारीपन को गंभीरता से ले। इस दौरान डा. स्वस्ति ने गांव खन्नूपुर की 40 वर्षीय महिला की जागरूकता का परिचय देकर उनसे सभी को मिलवाया। इस दौरान महिला सुशील देवी ने बताया कि उनके पेट में कैंसर की गांठ कुशल सर्जरी से डा. स्वस्ति ने निकाल दी। बच्चों की मदद से वह इलाज के लिए आगे बढ़ी सीजीएचएस के जरिए मैक्स अस्पताल में इलाज शुरू कराया, जहां पहले चरण के कारण पेट के बार्डरलाइन ओवेरियन कैंसर की गांठ को बिना कीमियोथैरेपी के बाहर निकाला। उन्होंने सभी को जागरूक करने की सलाह दी।












Total views : 87102