
LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर की रोलिंग मिल के संचालक बिना बिलों के माल सप्लाई कर एक वर्ष में ही करोड़ों की टैक्स चोरी कर बड़े अपराध को अंजाम दे रहे हैं। डीजीजीआई के छापे के बाद मिले कागजों के आधार पर सर्वोत्तम रोलिंग मिल में दो वर्ष के अंदर ही 29 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ में आई थी। समन भेजने के बाद मिल के डायरेक्टर संजय जैन के संतोषजनक जवाब नहीं देने और टैक्स चोरी पांच करोड़ से अधिक रुपये की होने पर उन्हें जेल भेजा गया है।


मुजफ्फरनगर की मेरठ रोड स्थित सर्वोत्तम रोलिंग मिल में कुछ महीने पूर्व केंद्रीय जीएसटी विभाग की देहरादून विंग की डिप्टी डायरेक्टर श्रेया गुप्ता ने नेतृत्व में टीम ने छापेमारी की थी। इस दौरान सर्वोत्तम रोलिंग मिल सहित भारतिय कालोनी निवासी एक व्यक्ति के आवास से टीम ने लैपटाप, मोबाइल, पैन ड्राइव सहित कागज जब्त किए थे। कई महीने चली जांच के बाद टीम ने सर्वोत्तम रोलिंग के क्रय-विक्रय में बड़ा घपला पकड़ा था। इस आधार पर केंद्रीय जीएसटी टीम (डीजीजीआई) रोलिंग मिल से माल खरीदारने वालो से भी बात कर बयान दर्ज किए थे, जिसमें बिना ई-वे बिल और कच्चे बिलों पर माल भेजने की पुष्टी हुई थी। इस मामले में वर्ष 2022 से 2024 की जांच के बीच ही सर्वोत्तम रोलिंग मिल में 29 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ। इस मामले की सुनवाई के लिए तीन दिन पूर्व डायरेक्टर संजय जैन को टीम ने देहरादून कार्यालय तलब किया। पूछताछ में टैक्स चोरी पर संतोषजनक जवाब नहीं देने, लेखाजोखा नहीं दिखा पाने और टैक्स चोरी की रकम पांच करोड़ से अधिक होने पर संजय जैन को मेरठ की कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है।












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